नई दिल्ली : कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सर्वदलीय बैठक में दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए उनसे स्पष्टीकरण की मांग की है. कांग्रेस ने कहा है कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान से कि कोई घुसैपठिया की भारतीय सीमा में नहीं घुसा और न हमारी चौकियों पर किसी ने कब्जा किया' से कई प्रश्न खड़े होते हैं और मोदी को इन सवालों का जवाब देना चाहिए.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में पूछा, 'क्या प्रधानमंत्री ने एक तरह से चीन के इस दृष्टिकोण का समर्थन नहीं किया है कि उसने कभी भी हमारे क्षेत्रों में घुसपैठ नहीं की है? प्रधानमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए.'
सिब्बल ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि भारतीय सीमा में चीन ने घुसपैठ नहीं की है. मोदी की तरह ही चीन भी कहता है कि वह भारत में नहीं घुसा है, क्योंकि पूरी गलवान घाटी उसकी है और उसके जवान अपने क्षेत्र में हैं.
उन्होंने कहा कि मोदी कह रहे हैं कि हमारी सीमा में कोई नहीं आया है. इसी बयानबाजी का फायदा चीन उठा रहा है और वह डंके की चोट पर कहता है कि उसने किसी सीमा का उल्लंघन नहीं किया है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपने ही मंत्रियों की बात का खंडन किया है. सिब्बल ने कहा, 'यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री का 19 जून, 2020 का बयान रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और सेना प्रमुख के बयानों के विपरीत है.'
इस दौरान सिब्बल ने सरकार से पांच सवाल किए. उन्होंने कहा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी का बयान कर्नल संतोष बाबू और 19 जवानों की वीरता और सर्वोच्च बलिदान का अपमान नहीं है, जिन्होंने गलवान घाटी से चीनी सैनिकों को खदेड़ने के लिए जान की बाजी लगा दी? क्या सरकार का यह कहना है कि इनका बलिदान व्यर्थ था?
उन्होंने दूसरा सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह सही नहीं है कि चीन ने गलवान घाटी पर कभी दावा नहीं किया था? क्या यह भी सही नहीं है कि चीन ने गलवान घाटी पर अब अतिक्रमण किया है?
कांग्रेस नेता ने तीसरा सवाल पूछते हुए कहा कि रक्षा विशेषज्ञों, सेना के अधिकारियों और सैटेलाइट तस्वीरों से साफ होता है कि चीन ने घुसपैठ की है, फिर सरकार इससे क्यों इनकार कर रही है?
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इसके बाद सिब्बल ने चौथे सवाल में पूछा कि आखिर सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने क्यों कहा कि हमारे क्षेत्र में किसी ने घुसपैठ नहीं की है? फिर प्रधानमंत्री कार्यालय ने इन शब्दों को अपने आधिकारिक बयान से क्यों हटा दिया? अगर हमारे क्षेत्र में किसी ने घुसपैठ नहीं की, तो 20 जवान कैसे शहीद हो गए, 85 गंभीर रूप से घायल हो गए और 10 अधिकारियों व जवानों को चीन ने पकड़ लिया था? उन्होंने पूछा कि विदेश मंत्रालय और मोदी के बयान विरोधाभाषी क्यों हैं?
सिब्बल ने पांचवां सवाल पूछते हुए कहा कि गलवान घाटी में चीन के निर्माण को लेकर विदेश मंत्रालय व रक्षा मंत्रालय के बयानों को प्रधानमंत्री मोदी खारिज क्यों कर रहे हैं, इसका जवाब दिया जाना चाहिए.'
कांग्रेस यह भी कहा कि पूरा देश सशस्त्र बलों और सरकार के हर कदम पर डटकर साथ खड़ा है.