ETV Bharat / bharat

राजीव गांधी ट्रस्ट जांच मामले में पीएम मोदी पर भड़के राहुल गांधी

author img

By

Published : Jul 8, 2020, 1:05 PM IST

Updated : Jul 8, 2020, 4:54 PM IST

राजीव गांधी फाउंडेशन मामले पर कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. कांग्रेस ने बीजेपी के संगठनों पर सवाल उठाए हैं जिनसे उन्हें बेहिसाब चंदा मिलता है. जिसका ब्यौरा मांगे जाने पर सरकार साफ बचकर निकल जाती है. आरजीएफ को मिला चंदा उनके मुकाबले कुछ भी नहीं है. इस मामले में राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी का मानना है कि दुनिया उनके जैसी है. वह सोचते हैं कि हर किसी की एक की कीमत है, या उसे डराया जा सकता है.

rahul gandhi on probe in rg trust
राजीव गांधी ट्रस्ट मामले में जांच पर राहुल

नई दिल्लीः राजीव गांधी फाउंडेशन मामले पर गृह मंत्रालय द्वारा दिये गए जांच आदेश पर कांग्रेस पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भारतीय जनता पार्टी, विवेकानंद फाउंडेशन, इंडिया फाउंडेशन और यहां तक ​​कि आरएसएस को दिए गए दान पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने कहा कि आरजीएफ को मिला दान बीजेपी की इन संस्थाओं को मिले दान के मुकाबले एक अंश भी नहीं है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'वह यह कभी नहीं समझेंगे कि जो लोग सच्चाई के लिए लड़ते हैं उनकी कोई कीमत नहीं होती, न ही उन्हें डराया जा सकता है.'

rahul gandhi
राहुल गांधी का ट्वीट

गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे गृह मंत्रालय द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद कांग्रेस की तरफ से तत्काल बयान आए. बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजीव गांधी फाउंडेशन सहित गांधी परिवार के तीन ट्रस्टों के खिलाफ कर उल्लंघन और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए एक पैनल गठित करने के आदेश दिया है.

मीडिया से बात करते हुए, कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, "राजीव गांधी फाउंडेशन के पास जोड़ने के लिए कुछ भी नहीं है और सफाई देने के लिए भी कुछ नहीं है. 9वीं अनुसूची में छूट, विवेकानंद फाउंडेशन, बीजेपी फाउंडेशन, इंडिया फाउंडेशन और आरएसएस से सवाल नहीं पूछे जाते हैं.

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी ट्वीट कर कहा है कि 'सरकार चीन और कोरोना से लड़ने की बजाए और बदहाल हुई भारतीय अर्थव्यवस्था को दुरूस्त करने की बजाए कांग्रेस पार्टी के पीछे पड़ी है. आरजीएफ और अन्य संगठनों के खिलाफ दिए गए जांच के आदेश दुर्भावनापूर्ण, मनमाने तरीके से लिया हुआ गैर कानूनी कदम है जो दिखाता है कि ये लोग कितना नीचे गिर गए हैं.'

मनीष तिवारी का ट्वीट
मनीष तिवारी का ट्वीट

इससे पहले भी, कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इन संस्थानों के बारे में सवाल उठाए थे. जब सरकार को अपने सभी दानदाताओं की सूची और सभी विदेशी स्रोतों से प्राप्त राशि को सार्वजनिक करने के लिए कहा था.

राजीव गांधी फाउंडेशन की ओर से सफाई देते हुए, सिंघवी ने उल्लेख किया कि हर बार सरकार इस पर सवाल उठाती है और उन्हें पूरा ट्रक भर के टैक्स पेपर के कागजात सौंपे जाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आरजीएफ अपने एनजीओ के साथ बिना केंद्र के दबाव के काम करना जारी रखेगा.

आपको बता दें कि जांच के आदेश गृह मंत्रालय ने दिए हैं. इसके लिए एक जांच समिति गठित की जाएगी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के विशेष निदेशक समिति के प्रमुख होंगे. यह समिति पीएमएलए, आयकर अधिनियम, एफसीआरए के तहत विभिन्न कानूनी प्रावधानों के उल्लंघन की जांच करेगी.

गौरतलब है कि समाचार एजेंसी आईएनएस के मुताबिक कांग्रेस के सत्ता से छह वर्ष दूर रहने के बावजूद, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले राजीव गांधी फाउंडेशन को भारतीय व्यापार जगत के शीर्ष दिग्गजों से चंदे मिले हैं. हाल के वर्षो में भारत के कई बड़े नामों ने आरजीएफ को चंदा दिया है. कांग्रेस और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन 2014 से सता से बाहर हैं.

बड़े दिग्गजों ने दिए हैं दान

एजेंसी ने बताया कि 2018-19 के लिए जारी नवीनतम आरजीएफ वार्षिक रिपोर्ट में जिन चंदादाताओं के नाम हैं, उनमें भारत फोर्ज, भारती फाउंडेशन, क्रिस्टी फ्रीजग्राम इंडस्ट्री, डीएसएम श्रीराम लिमिटेड, जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड, मैंक्स इंडिया फाउंडेशन, पैट्टन इंटरनेशनल लिमिटेड, पिरोजशा गोदरेज फाउंडेशन, टाटा स्टील लिमिटेड, टोरंट पॉवर लिमिटेड और टीवीएस मोटर कंपनी लिमिटेड शामिल है.

यह भी पढ़ें: राजीव गांधी ट्रस्ट मामले में जांच के आदेश, ईडी अधिकारी होंगे समिति के प्रमुख

चंदा देने वालों की सूची में केवल नाम का विवरण है और चंदे में दी गई राशि के बारे में नहीं बताया गया है. वर्ष 2017-18 के लिए डोनर के रूप में टाटा स्टील लिमिटेड, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड, मैक्स इंडिया फाउंडेशन, पिरोजशा गोदरोज फाउंडेशन, पेट्टोन इंटरनेशनल लिमिटेड, मुथूट फाइनेंस लिमिटेड, भारत फोर्ज लिमिटेड, टीवीएस मोटर कंपनी लिमिटेड, होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और क्रिस्टी फ्रीजग्राम इंडस्ट्री शामिल हैं.

नई दिल्लीः राजीव गांधी फाउंडेशन मामले पर गृह मंत्रालय द्वारा दिये गए जांच आदेश पर कांग्रेस पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भारतीय जनता पार्टी, विवेकानंद फाउंडेशन, इंडिया फाउंडेशन और यहां तक ​​कि आरएसएस को दिए गए दान पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने कहा कि आरजीएफ को मिला दान बीजेपी की इन संस्थाओं को मिले दान के मुकाबले एक अंश भी नहीं है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'वह यह कभी नहीं समझेंगे कि जो लोग सच्चाई के लिए लड़ते हैं उनकी कोई कीमत नहीं होती, न ही उन्हें डराया जा सकता है.'

rahul gandhi
राहुल गांधी का ट्वीट

गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे गृह मंत्रालय द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद कांग्रेस की तरफ से तत्काल बयान आए. बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजीव गांधी फाउंडेशन सहित गांधी परिवार के तीन ट्रस्टों के खिलाफ कर उल्लंघन और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए एक पैनल गठित करने के आदेश दिया है.

मीडिया से बात करते हुए, कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, "राजीव गांधी फाउंडेशन के पास जोड़ने के लिए कुछ भी नहीं है और सफाई देने के लिए भी कुछ नहीं है. 9वीं अनुसूची में छूट, विवेकानंद फाउंडेशन, बीजेपी फाउंडेशन, इंडिया फाउंडेशन और आरएसएस से सवाल नहीं पूछे जाते हैं.

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी ट्वीट कर कहा है कि 'सरकार चीन और कोरोना से लड़ने की बजाए और बदहाल हुई भारतीय अर्थव्यवस्था को दुरूस्त करने की बजाए कांग्रेस पार्टी के पीछे पड़ी है. आरजीएफ और अन्य संगठनों के खिलाफ दिए गए जांच के आदेश दुर्भावनापूर्ण, मनमाने तरीके से लिया हुआ गैर कानूनी कदम है जो दिखाता है कि ये लोग कितना नीचे गिर गए हैं.'

मनीष तिवारी का ट्वीट
मनीष तिवारी का ट्वीट

इससे पहले भी, कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इन संस्थानों के बारे में सवाल उठाए थे. जब सरकार को अपने सभी दानदाताओं की सूची और सभी विदेशी स्रोतों से प्राप्त राशि को सार्वजनिक करने के लिए कहा था.

राजीव गांधी फाउंडेशन की ओर से सफाई देते हुए, सिंघवी ने उल्लेख किया कि हर बार सरकार इस पर सवाल उठाती है और उन्हें पूरा ट्रक भर के टैक्स पेपर के कागजात सौंपे जाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आरजीएफ अपने एनजीओ के साथ बिना केंद्र के दबाव के काम करना जारी रखेगा.

आपको बता दें कि जांच के आदेश गृह मंत्रालय ने दिए हैं. इसके लिए एक जांच समिति गठित की जाएगी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के विशेष निदेशक समिति के प्रमुख होंगे. यह समिति पीएमएलए, आयकर अधिनियम, एफसीआरए के तहत विभिन्न कानूनी प्रावधानों के उल्लंघन की जांच करेगी.

गौरतलब है कि समाचार एजेंसी आईएनएस के मुताबिक कांग्रेस के सत्ता से छह वर्ष दूर रहने के बावजूद, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले राजीव गांधी फाउंडेशन को भारतीय व्यापार जगत के शीर्ष दिग्गजों से चंदे मिले हैं. हाल के वर्षो में भारत के कई बड़े नामों ने आरजीएफ को चंदा दिया है. कांग्रेस और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन 2014 से सता से बाहर हैं.

बड़े दिग्गजों ने दिए हैं दान

एजेंसी ने बताया कि 2018-19 के लिए जारी नवीनतम आरजीएफ वार्षिक रिपोर्ट में जिन चंदादाताओं के नाम हैं, उनमें भारत फोर्ज, भारती फाउंडेशन, क्रिस्टी फ्रीजग्राम इंडस्ट्री, डीएसएम श्रीराम लिमिटेड, जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड, मैंक्स इंडिया फाउंडेशन, पैट्टन इंटरनेशनल लिमिटेड, पिरोजशा गोदरेज फाउंडेशन, टाटा स्टील लिमिटेड, टोरंट पॉवर लिमिटेड और टीवीएस मोटर कंपनी लिमिटेड शामिल है.

यह भी पढ़ें: राजीव गांधी ट्रस्ट मामले में जांच के आदेश, ईडी अधिकारी होंगे समिति के प्रमुख

चंदा देने वालों की सूची में केवल नाम का विवरण है और चंदे में दी गई राशि के बारे में नहीं बताया गया है. वर्ष 2017-18 के लिए डोनर के रूप में टाटा स्टील लिमिटेड, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड, मैक्स इंडिया फाउंडेशन, पिरोजशा गोदरोज फाउंडेशन, पेट्टोन इंटरनेशनल लिमिटेड, मुथूट फाइनेंस लिमिटेड, भारत फोर्ज लिमिटेड, टीवीएस मोटर कंपनी लिमिटेड, होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और क्रिस्टी फ्रीजग्राम इंडस्ट्री शामिल हैं.

Last Updated : Jul 8, 2020, 4:54 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.