नई दिल्ली : बिहार में 28 अक्टूबर को पहले चरण के चुनाव होने जा रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले वीडियो जारी कर संदेश जारी किया है. इस वीडियो को उनके बेटे राहुल गांधी ने भी शेयर किया है. उन्होंने लिखा है कि बदलाव की बयार है, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का बिहार की जनता के नाम संदेश आपसे साझा कर रहा हूं. नए बिहार के लिए एकजुट होकर महागठबंधन को जीताने का समय है.
इस वीडियो में सोनिया गांधी ने कहा कि, बिहार की पवित्र और ऐतिहासिक धरती को मै नमन करती हूं. आज बिहार में सत्ता और उसके अहंकार में डूबी सरकार अपने रास्ते से अलग हट गई है. न उनकी करनी अच्छी है, न कथनी. किसान और युवा आज निराश है. अर्थव्यवस्था की नाजुक स्थिति लोगों के जीवन पर भारी पड़ रही है.
धरती के बेटों पर आज गंभी संकट है. दलितों और महादलितों को बेहाली की कगार पर लाकर छोड़ दिया गया है. समाज के पिछड़े वर्ग भी इसी बदहाली के शिकार हैं. बिहार की जनता की आवाज़ कांग्रेस महागठबंधन के साथ है.
यही है आज बिहार की पुकार. दिल्ली और बिहार की सरकारें बंदी सरकारें हैं. नोटबंदी, तालाबंदी, व्यापारबंदी, आर्थिकबंदी, खेत-खलिहान बंदी, रोटी रोजगार बंदी. इसलिए बंदी सरकार के खिलाफ एक नए बिहार के निर्माण के लिए बिहार की जनता तैयार है.
अब बदलाव की बयार है. क्योकि बदलाव जोश है ऊर्जा है, नई सोच है और शक्ति है. अब नई इबारत लिखने का समय आ गया है. बिहार के हाथों मं गुण है, हुनर है, ताक है, निर्माण की शक्ति है, लेकिन बेरोजगारी, पलायन, महंगाी, भुखमरी ने उनकी आंखों में आंसू और पैरों में छाले दे दिए हैं. जो शब्द कहे नहीं जा सकते, उसे आंसुओं से कहना पड़ता है. भय, डर, खौफ, अपराध के आधार पर निति और सरकारें खड़ी नहीं की जा सकतीं.
उन्होंने कहा कि बिहार भारत का आईना है, एक आशा है. भारत का विश्वास है, जोश है, जुनून है. बिहार भारत की शान भी है और अभिमान भी. बिहार के किसान, युवा, मजदूर, भाई और बहनें सिर्फ बिहार में नहीं बल्कि पूरे भारत और दुनिया के कोने-कोने में हैं. आज वहीं बिहार अपने गांव, कस्बे, शहरों, खेतों और खलिहानों में अपनी शान और भविष्य के लिए नए बदलाव को तैयार है. इसीलिए तो मैंने कहा कि बदवाल की बयार है.
पढ़ें - बिहार चुनाव : प्रथम चरण में क्या-क्या रहा खास, एक नजर
उन्होंने बताया कि वोट की स्याही वाली उंगली अब सवाल लेकर खड़ी है. सवाल बेरोजगारी का है, सवाल खेती बचाने का है, सवाल रोटी और रोजगार का है, सवाल शिक्षा और सेहत का है, सवाल उद्योग-धंधे का है, सवाल बेलगाम अपराध पर रोक लगाने का है, सवाल तानाशाही शासन पर है. इसीलिए आज वक्त है अंधेरे से उजाले की ओर, झूठ से सच की ओर, वर्तमान से भविष्य की ओर बढ़ने का. ज्ञान की धरती कहे जाने वाले बिहार की जनता से मेरी अपील है कि वह महागठबंधन के उम्मीदवारों को वोट दें और नए बिहार का निमार्ण करें.