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दिल्ली हिंसा के लिए जिम्मेदार गृहमंत्री अमित शाह इस्तीफा दें : सोनिया - अरविंद केजरीवाल

दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला किया. सोनिया ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह पूरी तरह से फेल हो गए. उन्होंने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की, लिहाजा उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. सोनिया ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी दोषी ठहराया.

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सोनिया गांधी
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Published : Feb 26, 2020, 1:25 PM IST

Updated : Mar 2, 2020, 3:20 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्हें तत्काल इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी जिम्मेवार ठहराया.

पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण ईकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पारित प्रस्ताव पढ़ते हुए सोनिया ने संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली में हो रही हिंसा और जानमाल नुकसान के बाद स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक हुई. यह एक सोचा-समझा षड्यंत्र है. भाजपा के कई नेताओं ने भड़काऊ बयान देकर नफरत और भय का माहौल पैदा किया.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति उन सभी परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती है, जिन्होंने हिंसा में अपने प्रियजनों को खो दिया है.

प्रेस वार्ता के दौरान सोनिया गांधी.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सीडब्ल्यूसी लोगों से घृणा की राजनीति को अस्वीकार करने और दरारें भरने के लिए बेहतर कदम उठाने की अपील करती है.

सोनिया ने कहा कि मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र सरकार और खासकर गृह मंत्री जिम्मेदार हैं तथा उन्हें तत्काल इस्तीफा देने चाहिए.

उन्होंने यह दावा भी किया कि दिल्ली सरकार भी अपनी भूमिका निभाने में विफल रही.

कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री भी शांति बनाए रखने में नाकाम रहे. सीडब्ल्यूसी का मानना है कि स्थिति गंभीर है और तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है.

सोनिया ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को प्रभावित इलाकों में जाना चाहिए और लोगों के साथ लगातार संवाद करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त बल तैनात किया जाना चाहिए तथा मोहल्लों में शांति समितियों का गठन किया जाना चाहिए.

इस संवाददाता सम्मेलन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे.

जानकारी देतीं संवाददाता.

इससे पहले सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल और कई अन्य नेता शामिल हुए.

गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष ने साम्प्रदायिक रंग ले लिया था. उपद्रवियों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया.

ये भी पढ़ें-दिल्ली हिंसा : चांद बाग इलाके से मिला खुफिया ब्यूरो के कर्मचारी का शव

इन घटनाओं में बुधवार तक कम से कम 20 लोगों की जान चली गई और करीब 200 लोग घायल हो गए.

इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया को संबोधित करते हुए बोला कि कांग्रेस आज एक मार्च आयोजित करने वाली थी और उसके बाद आज राष्ट्रपति को एक ज्ञापन देती, लेकिन उन्होंने राष्ट्रपति को संपर्क करने पर वह आज अनुपलब्ध है और कल हमें समय दिया गया है. उनके पद का सम्मान को करते हुए, हम कल के लिए मार्च स्थगित कर दिया है.

नई दिल्ली : कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्हें तत्काल इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी जिम्मेवार ठहराया.

पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण ईकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पारित प्रस्ताव पढ़ते हुए सोनिया ने संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली में हो रही हिंसा और जानमाल नुकसान के बाद स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक हुई. यह एक सोचा-समझा षड्यंत्र है. भाजपा के कई नेताओं ने भड़काऊ बयान देकर नफरत और भय का माहौल पैदा किया.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति उन सभी परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती है, जिन्होंने हिंसा में अपने प्रियजनों को खो दिया है.

प्रेस वार्ता के दौरान सोनिया गांधी.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सीडब्ल्यूसी लोगों से घृणा की राजनीति को अस्वीकार करने और दरारें भरने के लिए बेहतर कदम उठाने की अपील करती है.

सोनिया ने कहा कि मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र सरकार और खासकर गृह मंत्री जिम्मेदार हैं तथा उन्हें तत्काल इस्तीफा देने चाहिए.

उन्होंने यह दावा भी किया कि दिल्ली सरकार भी अपनी भूमिका निभाने में विफल रही.

कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री भी शांति बनाए रखने में नाकाम रहे. सीडब्ल्यूसी का मानना है कि स्थिति गंभीर है और तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है.

सोनिया ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को प्रभावित इलाकों में जाना चाहिए और लोगों के साथ लगातार संवाद करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त बल तैनात किया जाना चाहिए तथा मोहल्लों में शांति समितियों का गठन किया जाना चाहिए.

इस संवाददाता सम्मेलन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे.

जानकारी देतीं संवाददाता.

इससे पहले सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल और कई अन्य नेता शामिल हुए.

गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष ने साम्प्रदायिक रंग ले लिया था. उपद्रवियों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया.

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इन घटनाओं में बुधवार तक कम से कम 20 लोगों की जान चली गई और करीब 200 लोग घायल हो गए.

इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया को संबोधित करते हुए बोला कि कांग्रेस आज एक मार्च आयोजित करने वाली थी और उसके बाद आज राष्ट्रपति को एक ज्ञापन देती, लेकिन उन्होंने राष्ट्रपति को संपर्क करने पर वह आज अनुपलब्ध है और कल हमें समय दिया गया है. उनके पद का सम्मान को करते हुए, हम कल के लिए मार्च स्थगित कर दिया है.

Last Updated : Mar 2, 2020, 3:20 PM IST
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