नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. सिब्बल ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार ईंधन से अत्यधिक लाभ अर्जित कर रही है. उसके लाभ में लगातार इजाफा हो रहा है. आए दिन तेल के दाम बढ़ाए जा रहे हैं. तेल के दाम बढ़ने से सभी वस्तुओं के दाम बढ़ते जा रहे हैं और आम आदमी महंगाई की वजह से बेहाल हो रहा है.
कपिल सिब्बल ने तेल की बढ़ती कीमतों से जुड़ें आंकड़े पेश करते हुए कहा कि मई 2014 में पेट्रोल की कीमत ₹71.41 प्रति लीटर थी, आज यह कीमत 75.16 प्रति लीटर है जबकि मई 2014 में क्रूड ऑयल की कीमत $106.85 थी जो आज $38 है.
सिब्बल ने कहा कि मई 2014 में पेट्रोल पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी ₹9.20 प्रति लीटर थी, आज यह ₹32.98 प्रति लीटर है. मतलब 258% की वृद्धि. इतनी गिरावट के बावजूद आज पेट्रोल महंगा है. सरकार को फायदा हुआ और आम आदमी को नुकसान. मई 2014 में डीजल ₹55.49 प्रति लीटर था, आज ₹73.39 है.
उन्होंने कहा कि तेल की कम कीमतों पर मोदी जी खुद को किस्मतवाला कहते थे, लेकिन आज तो मोदीजी किस्मतवाले नहीं रहे. बदकिस्मत हो गए. दाम बढ़ रहे हैं, जनता पर बोझ बढ़ रहा है. आप जनता को क्यों लूट रहे हैं. इतना ही नहीं सिब्बल ने यहां तक कह डाला कि न मोदी जी को अर्थव्यवस्था का ज्ञान है और न ही उनके मंत्री को.
उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी की जरूरत की वस्तुओं के दाम बढ़ा दोगे, तो गरीब आदमी क्या खाएगा. इसी तरह ईंधन के दाम बढ़ा दोगे, तो देश कैसे आगे बढ़ेगा?
सिब्बल ने कहा, 'हमारे देश में इस समय तेल पर टैक्स दुनिया में सबसे ज्यादा है और सरकार 80 करोड़ गरीब लोगों पर 69% टैक्स थोप रही है. पड़ोसी देशों में बांग्लादेश के अलावा सबसे महंगा तेल हमारे यहां है.'
उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों में कीमतों में वृद्धि से सरकार को 2.5 लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ है.
वरिष्ठ नेता ने बताया कि नवंबर 2014 से लेकर जनवरी 2016 तक नौ बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई. इससे पेट्रोल की कीमतों में 11.77% और डीजल में 13.47% इजाफा हुआ. इस दौरान ₹2,42,000 करोड़ का फायदा हुआ है.
वहीं एक्साइज ड्यूटी को लेकर उन्होंने कहा कि 2014 में सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी ₹3.46 प्रति लीटर थी, आज ₹31.83 प्रति लीटर है. इसका मतलब इसमें 819.9% वृद्धि हुई है.
पढ़ें - मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ होंगे विरोध प्रदर्शन : भारतीय व्यापार संघ
सिब्बल ने सरकार पर आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने कॉरपोरेट सेक्टर को ₹1.45 लाख करोड़ का फायदा पहुंचाया है. मगर, आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए ₹70,000 करोड़ भी खर्च नहीं करना चाहती.
उन्होंने कहा कि औद्योगिक उत्पादन में इतनी गिरावट आई है, जितनी देश के इतिहास में कभी नहीं आई. अप्रैल में ही इसकी गिरावट 55% हुई. अभी एक पैकेज की घोषणा की और उसमें कर्ज देने की भरमार कर दी. मगर न बैंक पैसा दे रहे हैं और न कोई ले रहा है. हमारा राजकोषीय घाटा बढ़ गया है.
2019-20 में का राजकोषीय घाटा आप 3.8% कहते थे, वो 4.59% हो गया है. 2020-21 के लिए अप्रैल का राजकोषीय घाटा 35.1% हो गया है. क्योंकि राजस्व संग्रह लक्ष्य पूरा नहीं हुआ. GST संग्रह कम हो गए हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम इसलिए बढ़ा रहे हैं, क्योंकि भाजपा सरकार के पास और कोई रास्ता बचा नहीं है.
पढ़ें -राहुल से बोले अमेरिकी विशेषज्ञ, चीन का नेतृत्व भयभीत
कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'मोदी जी, गाड़ी के चार पहिये होते हैं, उनके बिना गाड़ी नहीं चलती. एक पहिया है संसद, जहां आप कभी जवाब नहीं देते. दूसरा पहिया है सरकार, वो भी अपनी मनमर्जी करती है. तीसरा पहिया है न्यायपालिका, आपकी सरकार वहां जाकर बयान देती है कि सड़क पर कोई प्रवासी नहीं है. चौथा पहिया है चुनाव आयोग, वहां जो आप कहते हैं, वही होता है. गाड़ी के चार पहिये चल नहीं रहे तो गाड़ी आगे चलेगी कैसे? ड्राइवर सीट पर आप बैठे हैं. न आपको पूरी तरह से जानकारी है कि हमारे देश की आर्थिक स्थिति किस मोड़ पर है, न आपके वित्त मंत्री को है.'