मुंबई : महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख बाला साहब थोराट ने मंगलवार को कहा कि मुलसमानों को आरक्षण देना उनकी पार्टी की प्रतिबद्धता है. राज्य सरकार गठबंधन के घटक दलों के साथ चर्चा करने के बाद इस पर मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा.
थोराट का बयान ऐसे समय में आया है, जब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुसलमानों को पांच फीसदी आरक्षण देने का कोई प्रस्ताव उन्हें नहीं मिला है और इस विषय पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया.
हालांकि राज्य के राजस्व मंत्री थोराट ने कहा कि ठाकरे ने जो कुछ कहा है, वह सच है क्योंकि इस मुद्दे पर अब तक कोई चर्चा नहीं हुई.
थोराट ने कहा, 'हमने (कांग्रेस-राकांपा) अतीत में मुसलमानों को आरक्षण दिया था. यह पिछले पांच साल में आगे नहीं बढ़ा, लेकिन यह हमारी प्रतिबद्धता है. यह कांग्रेस राकांपा के घोषणापत्र का हिस्सा है. इसलिए हम इसे देना चाहते हैं.'
उन्होंने विधानमंडल परिसर में कहा, 'लेकिन यह सच है कि इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है.'
उन्होंने कहा कि (शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की) महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार की समन्वय समिति और मंत्रिमंडल में इस मुद्दे पर चर्चा होगी, उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा.
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इसके पूर्व दिन में उद्धव ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र सरकार के सामने मुस्लिम आरक्षण का कोई प्रस्ताव नहीं है.
उधर अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने विधान परिषद में कहा था कि राज्य सरकार शिक्षा में मुसलमानों को आरक्षण देगी. राकांपा मंत्री ने यह भी कहा था कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि इस संबंध में कानून शीघ्र पारित हो.