हैदराबाद: इंडियन रेलवे ने सामान्य श्रेणी के यात्रियों के लिए सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बड़ा कदम उठाया है. यात्रा को आरामदायक बनाने और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए रेलवे ने नवंबर 2024 तक लगभग 370 नियमित ट्रेनों में 1,000 से अधिक नए जीएस (जनरल सीटिंग) कोच जोड़ने की योजना बनाई है. उम्मीद की जा रही है कि दिसंबर से यात्रियों को भीड़ से राहत मिल सकती है और सामान्य श्रेणी के डिब्बों में आसानी से सीट भी उपलब्ध होगी.
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NFR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) कपिंजल किशोर शर्मा ने हाल ही में बताया कि 1,000 से अधिक नए जीएस कोच में प्रतिदिन लगभग एक लाख अतिरिक्त यात्री सफर कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि रेलवे के इस कदम का उद्देश्य यात्रियों के लिए सुविधा प्रदान करना है.
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे भी इस पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. उन्होंने बताया कि एनएफआर ने पहले ही 36 ट्रेनों में 276 जीएस कोच जोड़े हैं, जो यात्रियों को अधिक सुविधा और सीटों की उपलब्धता प्रदान कर रहे हैं. सीपीआरओ ने यह भी कहा कि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने दिसंबर 2024 के अंत तक तीन अतिरिक्त ट्रेनों में 16 और जीएस कोच जोड़ने की योजना बनाई है.
कपिंजल किशोर शर्मा ने कहा, "ये प्रयास यात्री सेवाओं में सुधार और समाज के सभी वर्गों के लिए ट्रेन यात्रा को अधिक आरामदायक बनाने के प्रति एनएफआर की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं. रेल यात्रा में आम लोगों की बढ़ती रुचि को पहचानते हुए, भारतीय रेलवे अपनी ट्रेनों में जीएस कोचों को बढ़ाकर अपने प्रयासों में तेजी ला रहा है. सिर्फ जुलाई और अक्टूबर के बीच, लगभग 370 ट्रेनों में 600 जीएस कोच जोड़े गए, जिनकी कुल संख्या नवंबर 2024 तक 1,000 तक पहुंच गई."
दो वर्षों में 6,000 से अधिक जीएस कोच जोड़ने की तैयारी
इसके अलावा, भारतीय रेलवे अगले दो वर्षों में 6,000 से अधिक जीएस कोच और अतिरिक्त स्लीपर-क्लास कोच सहित 10,000 से अधिक नॉन-एसी कोच शामिल करने की योजना पर कार्य कर रहा है. नए कोच जुड़ने से प्रतिदिन लगभग 8 लाख अतिरिक्त यात्री इनमें यात्रा कर सकेंगे. इससे सामान्य श्रेणी के कोच में यात्रियों की भीड़ कम होगी. उन्होंने कहा कि नवनिर्मित कोच उन्नत एलएचबी (लिंके हॉफमैन बुश) डिजाइन के हैं, जो अधिक आराम, गति और सुरक्षा प्रदान करते हैं.
यात्री सुविधाओं और सुरक्षा में होगा सुधार
उन्होंने आगे कहा कि एलएचबी कोच न केवल हल्के और मजबूत होते हैं, बल्कि दुर्घटना की स्थिति में भी कम से कम नुकसान होता है. इससे यात्रियों की सुरक्षा में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि एनएफआर अपने जोन में सामान्य श्रेणी के यात्रियों की जरूरतों को प्राथमिकता देने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ है, जिससे यात्रा के अनुभव में सुधार होता है.
मध्य रेलवे की 42 ट्रेनों में सामान्य श्रेणी के 90 कोच जोड़ने की योजना
इसी कड़ी में, मध्य रेलवे ने भी 42 ट्रेनों में सामान्य द्वितीय श्रेणी के 90 कोच जोड़ने की योजना बनाई है. इस कदम से रोजाना 9,000 से अधिक अतिरिक्त यात्रियों को लाभ होगा. यात्री सेवाओं की भीड़ को देखते हुए रेलवे यह बड़ा बदलाव कर रहा है. मध्य रेलवे का यह कदम भारतीय रेलवे की इस महीने के अंत तक 370 नियमित ट्रेनों में 1,000 सामान्य श्रेणी के कोच जोड़ने की योजना का हिस्सा है. रेलवे बोर्ड ने सामान्य श्रेणी के रेल यात्रियों के लिए नई सुविधाओं की विस्तृत जानकारी साझा की है.
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