नई दिल्ली: कांग्रेस ने भाजपा पर गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले उसके विधायकों का इस्तीफा दिलाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर डराने-धमकाने का आरोप लगाया, और चुनाव आयोग से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि राज्य में 19 जून तक उसके किसी भी विधायक को, किसी भी मामले में परेशान नहीं किया जाए और निष्पक्ष चुनाव हो.
पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से चुनाव आयोग के समक्ष इस मामले में शिकायत की. पार्टी की ओर से एक ज्ञापन भी सौंपा गया है. इस प्रतिनिधिमंडल में अहमद पटेल, शक्ति सिंह गोहिल, रणदीप सुरजेवाला, अभिषेक मनु सिंघवी और कुछ अन्य नेता शामिल थे.
कांग्रेस ने आयोग को दिए ज्ञापन में गुजरात की भाजपा सरकार पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और दावा किया कि पंजभाई वंश नामक विधायक को परेशान किया जा रहा है ताकि वह इस्तीफा दे दें.
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि गुजरात सरकार को निर्देश दिया जाए कि आयोग की अनुमति के बिना किसी कांग्रेस विधायक पर कोई मामला दर्ज नहीं किया जाए.
उसने यह आग्रह भी किया कि किसी विधायक को बिना वजह परेशान नहीं किया जाए, विधायकों और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएं.
कांग्रेस प्रवक्ता सिंघवी ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, 'सत्तारूढ़ पार्टी की हैसियत से भाजपा ने राज्यों में जो कारनामे किए हैं वे लोकतंत्र और संविधान के विरूद्ध हैं. उसने चुनाव की प्रक्रिया को भ्रष्टाचार से लिप्त कर दिया है. डराकर-धमकाकर विधायकों से इस्तीफे दिलाए जा रहे हैं.'
गौरतलब है कि गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होना है. इससे पहले कांग्रेस के आठ विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है.