लखनऊः जमीन के विवाद में सोनभद्र जिले के घोरावल के उम्भा गांव में हुए नरसंहार के तीन दिन बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. घटना के बाद लापरवाही में जहां 10 अफसरों को निलंबित कर दिया गया है, वहीं घटना के तीन दिन बाद ठंडे पड़ते जा रहे इस मामले को प्रियंका गांधी ने राजनीतिक हवा दे दी है.
जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यानाथ ने इस घटना के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. सीएम योगी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस घटना की नींव 1955 में ही पड़ गई थी, जब कांग्रेस की सरकार थी.
योगी के मुताबिक सोनभद्र के विवाद के लिए 1955 और 1989 की कांग्रेस सरकार दोषी है. उन्होनें बताया कि ग्राम पंचायत की जमीन को 1955 में आदर्श सोसाइटी के नाम पर दर्ज किया गया था.इस जमीन पर वनवासी समुदाय के लोग खेती-बाड़ी करते थे. बाद में इस जमीन को किसी व्यक्ति के नाम 1989 में कर दिया गया और 1955 में कांग्रेस की सरकार थी.
वहीं, इस घटना पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हो रहे अपराधों से ये पता चलता है कि ये सब योगी आदित्यनाथ जी के नाक के नीचे से हो रहा है . उन्होेनें कहा कि सीएम योगी ने अपराधियों को पकड़ने की जगह प्रियंका गांधी जी को गिरफ्तार करना ज़रूरी समझा
प्रियंका के दौरे को लेकर राजनीति गर्म
- शुक्रवार सुबह बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में पीड़ितों से मिलने पहुंची प्रियंका गांधी घटनास्थल का दौरा करने चल पड़ीं.
- यहीं से शुरू हुआ घटना का राजनीतिकरण दोपहर होते-होते मीडिया की सुर्खियां बन गया.
- प्रशासन ने सोनभद्र जिले में धारा 144 लागू कर प्रियंका गांधी और तमाम कांग्रेस नेताओं को मिर्जापुर बॉर्डर पर ही रोक लिया.
- घटनास्थल पर जाने के लिए अड़ीं प्रियंका वहीं धरना देने लगीं.
- प्रशासन के अधिकारी आनन-फानन में उन्हें चुनार गेस्ट हाउस लेकर गए और तब से कांग्रेस का गेस्ट हाउस पर धरना जारी है.
.कांग्रेस भाजपा हुए आमने-सामने
- मामला लखनऊ पहुंचा तो विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस उबल पड़ी.
- विधायक आराधना मिश्रा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा 'अगर प्रियंका गांधी को घटनास्थल का दौरा करने से रोका गया, तो पार्टी पूरे देश में सड़कों पर उतर कर विरोध करेगी.' उन्होंने सरकार पर नाकामी को छिपाने का आरोप लगाया.
- वहीं डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कानून-व्यवस्था बिगड़ने की बात कहते हुए कांग्रेस और प्रियंका पर जुबानी हमला बोला.
- डिप्टी सीएम ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है. प्राथमिक जांच के आधार पर लापरवाही बरतने वाले 10 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया. विपक्ष को सरकार का साथ देना चाहिए.
राज बब्बर ने सरकार को घेरा
- मामला दिल्ली पहुंचा तो कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने अपने चिरपरिचित अंदाज में बीजेपी और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला.
- उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की बातें बड़ी-बड़ी हैं, काम कुछ नहीं. अगर मामले में कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है, तो आखिर प्रियंका को घटनास्थल पर जाने से क्यों रोका जा रहा है.
- वहीं पूर्व कांग्रेसी नेता और दो बार से बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने योगी सरकार का बचाव करते हुए कहा कि घटना पर सरकार का रुख और प्रशासन की कार्रवाई सराहनीय है.
- लापरवाह अफसर निलंबति हुए तो वहीं लगभग सभी आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
क्या है मामला
बीते 17 जुलाई को सोनभद्र जिले के घोरावल के उम्भा गांव में जमीनी विवाद में ग्राम प्रधान और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प में गोली लगने से एक पक्ष के 10 लोगों की मौत हो गई. जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हैं. मृतकों में 6 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल हैं. तनाव को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती है.