ETV Bharat / bharat

'वोटबैंक बनाने के लिये पूर्वोत्तर भारत में किया जा रहा काले धन का इस्तेमाल'

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तरपूर्वी राज्यों से भारी मात्रा में काला धन बरामद किया गया है. इस पर क्या है एक्सपर्ट की राय, जानें यहां.

वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विशेषज्ञ दीपक दीवान.
author img

By

Published : Apr 18, 2019, 10:44 PM IST

नई दिल्ली: भारत के उत्तरपूर्वी राज्यों में आगामी लोकसभा चुनाव में भारी नकदी की वसूली और काले धन के इस्तेमाल पर गंभीर चिंता जताई गई है. वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विशेषज्ञ दीपक दीवान ने इस बारे में ईटीवी भारत से बातचीत कर अपनी राय रखी.

ईटीवी भारत से बातचीत करते दीपक दीवान.

वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विशेषज्ञ दीपक दीवान ने कहा, 'यह एक गंभीर चिंता है जो भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था की निष्पक्षता और निष्पक्षता को धूमिल कर रही है.'

अधिकारियों के आंकड़ों के अनुसार, 12 मार्च से लेकर अब तक पिछले 27 दिनों में पूर्वोत्तर राज्यों से 5.84 करोड़ रुपये जब्त किये गये. साल 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में जब्त की गई यह रकम 482 प्रतिशत अधिक है.

रिपोर्टों के अनुसार, 2014 के चुनाव के दौरान 1.21 करोड़ रुपये नकद जब्ती की गई थी.

दीवान ने कहा, 'इससे पहले पूर्वोत्तर राज्यों में नकदी की वसूली की प्रवृत्ति नहीं दिखी थी. इस तरह के मामले यहां बहुत कम होते थे. लेकिन इतनी संख्या में रुपयों की जब्ती बेहद गंभीर मुद्दा है.'

उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर से बाहर के दल वोटबैंक बनाने के लिये पैसे का इस तरह से इस्तेमाल कर रहे हैं. जो कि पूर्वोत्तर राज्यों के लिये खतरे की तरह है.

चुनाव आयोग और आयकर विभाग ने भी काले धन को जब्त करने के लिए अपनी कमर कसी है. इसके लिये 160 इनकम टैक्स अधिकारियों को तैनात किया गया है. उन्हें जैसे ही इस तरह के मामलों की सूचना मिलती है, वे तुरंत इस पर कार्रवाई करते हैं.

नई दिल्ली: भारत के उत्तरपूर्वी राज्यों में आगामी लोकसभा चुनाव में भारी नकदी की वसूली और काले धन के इस्तेमाल पर गंभीर चिंता जताई गई है. वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विशेषज्ञ दीपक दीवान ने इस बारे में ईटीवी भारत से बातचीत कर अपनी राय रखी.

ईटीवी भारत से बातचीत करते दीपक दीवान.

वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विशेषज्ञ दीपक दीवान ने कहा, 'यह एक गंभीर चिंता है जो भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था की निष्पक्षता और निष्पक्षता को धूमिल कर रही है.'

अधिकारियों के आंकड़ों के अनुसार, 12 मार्च से लेकर अब तक पिछले 27 दिनों में पूर्वोत्तर राज्यों से 5.84 करोड़ रुपये जब्त किये गये. साल 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में जब्त की गई यह रकम 482 प्रतिशत अधिक है.

रिपोर्टों के अनुसार, 2014 के चुनाव के दौरान 1.21 करोड़ रुपये नकद जब्ती की गई थी.

दीवान ने कहा, 'इससे पहले पूर्वोत्तर राज्यों में नकदी की वसूली की प्रवृत्ति नहीं दिखी थी. इस तरह के मामले यहां बहुत कम होते थे. लेकिन इतनी संख्या में रुपयों की जब्ती बेहद गंभीर मुद्दा है.'

उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर से बाहर के दल वोटबैंक बनाने के लिये पैसे का इस तरह से इस्तेमाल कर रहे हैं. जो कि पूर्वोत्तर राज्यों के लिये खतरे की तरह है.

चुनाव आयोग और आयकर विभाग ने भी काले धन को जब्त करने के लिए अपनी कमर कसी है. इसके लिये 160 इनकम टैक्स अधिकारियों को तैनात किया गया है. उन्हें जैसे ही इस तरह के मामलों की सूचना मिलती है, वे तुरंत इस पर कार्रवाई करते हैं.

Intro:New Delhi: Serious concern has been raised following recovery of huge cash and use of black money in the ensuing Lok Sabha election in the northeastern states of India.


Body:"This is a serious concern which puts the neutrality and impartiality of India's democratic system under cloud," said Deepak Diwan.

According to the officials statistics, a whooping of Rs 5.84 crore has been seized from northeastern states in last 27 days from March 12.

The recovery is 482 percent high in comparison to the 2014 Lok Sabha election.

According to the reports, cash seizure of Rs 1.21 crore were made during the 2014 election.

"Earlier this trend of cash recovery was not visible in the northeastern states. Normally, there were fest being organised by the respective candidates in the northeast. But now cash are in flow, this is serious," said Diwan.

He opined that the parties outside northeast might be involved in such kind of practices.


Conclusion:The election commission and the Income Tax department had also tightened their grip in seizure of the black money.

Government officials said that as many as 160 IT sleuths have been deputed across northeastern states to seize black money.

end.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.