हैदराबाद: मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने कालेश्वरम परियोजना के तहत बांध बनाने को लेकर सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने गेटों को बनाने के दौरान सभी सावधानी और उपाय करने का निर्देश दिया है, क्योंकि प्राणहिता नदी से लाखों क्यूसेक बाढ़ का पानी आ रहा है .
सीएम ने कहा कि उन्हें खुशी है कि कालेश्वरम परियोजना का उद्देश्य 45 लाख एकड़ क्षेत्र में पानी की आपूर्ति करना, औद्योगिक उद्देश्यों के लिए पानी की आपुर्ति करना और और तेलंगाना राज्य के 80 प्रतिशत तक पीने के पानी के उद्देश्यों को कम समय के भीतर पूरा करना है.
सीएम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दो हेलीकॉप्टरों में कालेश्वरम परियोजना यात्रा के लिए गए थे, जहां कालेश्वरम परियोजना के प्रमुख बांध मेदिगड्डा के ऊपर 150 KM पानी ठहरा हुआ है.
सीएम पहले तो मेदिगड्डा हेलीपैड से बांध पर पहुंचे और एक लंबी सैर के लिए गये. इस अवसर पर सीएम ने गोदावरी नदी को पुष्प, कुम कुम, हल्दी अर्पित किया और नदी में सिक्के भी चढ़ाए. उन्होंने अधिकारियों से मेदिगड्डा बांध में प्रणाहिता से पहुंचने वाले बाढ़ के पानी के बारे में भी जानकारी ली.
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उन्होंने इस मौसम में मेदिगड्डा जलाशय में पानी के स्तर पर भी अधिकारियों से पूछताछ की. इस पर अधिकारियों ने सीएम को बताया कि इस मौसम में अब तक 300 टीएमसी पानी छोड़ा जा चुका है.
सीएम ने अधिकारियों से कहा कि वे बाढ़ के पानी पर आधारित गेटों को खोलें और नदी में जल स्तर बनाए रखें.गोदावरी में बाढ़ आने के बाद, सभी द्वार बंद कर दिए जाने चाहिए.
सीएम ने LNT और सिंचाई अधिकारियों को मेदिगड्डा बैराज को समय पर पूरा करने के और इस सीजन में इसे कार्यात्मक बनाने लिए बधाई दी. बाद में, सीएम ने यज्ञशाला का दौरा किया, जिसका हाल ही में उपयोग किया गया था, और लोगों से ज्ञापन प्राप्त किया.
मुख्यमंत्री के दौरे से पहले मेदिगड्डा बांध पर भारी बारिश हुई थी. मुख्यमंत्री के दौरा के समय बारिश रुक गई. जब सीएम गोलिवाड़ा के लिए रवाना हुए तो मेदिगड्डा और कालेश्वरम इलाकों में फिर से भारी बारिश शुरू हो गई.