शिमला : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन अक्टूबर को अटल टनल रोहतांग का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अलावा कई मंत्रियों ने शिरकत की थी, लेकिन एक विधायक की लापरवाही के कारण मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है.
क्या है मामला?
दरअसल, कुल्लू जिले की बंजार विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक सुरेंद्र शौरी ने एक अक्टूबर को कोरोना जांच के लिए सैंपल दिया था और दो अक्टूबर की शाम को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इस दौरान दो अक्टूबर को ही विधायक सुरेंद्र शौरी सोलंगनाला पहुंच गए, जहां तीन अक्टूबर को पीएम मोदी ने अटल टनल के उद्घाटन के बाद जनसभा को संबोधित करना था. सोलंगनाला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ कुछ अन्य मंत्री भी कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे और यहीं विधायक सुरेंद्र शौरी मुख्यमंत्री से लेकर अन्य मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में आए.
विधायक की लापरवाही
विधायक सुरेंद्र शौरी ने एक अक्टूबर को सैंपल देने के बाद कोविड-19 से जुड़ी सावधानियों को अनदेखा किया और रिपोर्ट आने से पहले ही वो रैली स्थल पहुंचकर सीएम समेत अन्य मंत्रियों, नेताओं और अधिकारियों के संपर्क में आए. भले इन सबसे मुलाकात के दौरान विधायक को कोरोना पॉजीटिव होने की जानकारी नहीं थी, लेकिन एहतियातन और कोविड-19 से जुड़े नियमों के आधार पर विधायक को सैंपल देने के बाद आइसोलेट होकर रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए था, लेकिन विधायक ने सैंपल देने के बाद खुद को आइसोलेट नहीं किया.
सीएम, पीएम पर कोरोना का खतरा
अटल टनल के उद्घाटन समारोह के बाद सीएम जयराम ठाकुर शिमला पहुंचे तो उन्होंने एहतियातन खुद को आइसोलेट कर लिया. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया विधायक सुरेंद्र शौरी के प्राइमरी कॉन्टेक्ट थे. विधायक सुरेंद्र शौरी की लापरवाही के कारण अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर समेत कार्यक्रम में मौजूद वीआईपी और वीवीआईपी गेस्ट पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है. दरअसल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कोरोना पॉजिटिव पाए गए विधायक के संपर्क में दो अक्टूबर को आए थे और तीन अक्टूबर को अटल टनल के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पीएम समेत वहां मौजूद तमाम नेताओं के संपर्क में आए थे.
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मुख्यमंत्री, मंत्री समेत कई क्वारंटाइन
राकेश पठानिया ने कहा कि शौरी के पॉजिटिव आने की जानकारी मुख्यमंत्री के क्वारंटाइन होने के बाद मिली है. शौरी से दूर से मुलाकात हुई थी और हम दोनों ने ही मास्क लगाए थे. फिर भी कोविड प्रोटोकॉल के तहत खुद को क्वारंटीन कर लिया है. मुख्यमंत्री, मंत्री के क्वारंटीन होने के बाद सीएम के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा समेत आधा दर्जन से ज्यादा नेता भी क्वारंटीन हो गए हैं.
लापरवाह विधायक पर होगा एक्शन?
एक विधायक की वजह से सीएम से लेकर पीएम तक पर कोरोना का खतरा मंडराने लगा है. कोविड-19 के दौर में एक जनप्रतिनिधि की ऐसी लापरवाही कई सवाल खड़े करती है. कोविड 19 से जुड़े प्रोटोकॉल के मुताबिक कोविड के लक्षण और सैंपल देने के बाद आइसोलेट होना जरूरी है, लेकिन इस मामले में विधायक सुरेंद्र शौरी ने पूरी तरह से लापरवाही दिखाई है. ऐसे में सवाल है कि इस तरह की लापरवाही बरतने पर क्या विधायक पर कोई एक्शन होगा.