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बदरीनाथ में 17 नवंबर से बंद हो जाएंगे कपाट, केदारनाथ में भी पहली बर्फबारी

केदारनाथ धाम के बाद भगवान बदरीनाथ के कपाट 17 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे. बर्फबारी होने के बाद बदरीनाथ धाम औक केदारनाथ में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. जानें पूरा विवरण

बदरीनाथ में पढ़ी ठंड
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Published : Nov 4, 2019, 9:11 AM IST

Updated : Nov 4, 2019, 3:30 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है, जिस वजह से पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिल रही है, इससे ठंड में भी इजाफा हुआ है. इस कारण केदारनाथ धाम और भगवान बदरीनाथ के कपाट बंद कर दिए गए.

जहां एक तरफ 29 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गये थे. तो वहींस, दूसरी ओर भगवान बदरीनाथ के कपाट 17 नवंबर से शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे

बदरीनाथ
बदरीनाथ में बर्फबारी

पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी से प्रदेश में ठंड में भी इजाफा हुआ है. बदरीनाथ धाम के आसपास पहाड़ियों पर एक बार फिर से बर्फवारी हुई है. बर्फ पड़ने से बदरीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. बर्फबारी, बारिश और ओलावृष्टि के साथ ही सर्द हवाएं चलने से निचले इलाकों में ठंड में बढ़ोतरी हुई है.

बदरीनाथ
बदरीनाथ में बर्फबारी

तीर्थयात्रियों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लिया है. चमोली जिले में रविवार को दोपहर बाद से मौसम का मिजाज बदल गया. बदरीनाथ धाम की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई, जबकि निचले क्षेत्रों में कहीं-कहीं बारिश हुई. इससे धाम में ठंड बढ़ गई है. ठंड से बचने के लिए नगर पंचायत बदरीनाथ की ओर से अलाव की व्यवस्था की गई है.

बदरीनाथ में बर्फबारी
बदरीनाथ में बर्फबारी

मुनस्यारी की ऊंची चोटियों पर भी हिमपात से निचले इलाकों में ठंड बढ़ने लगी है. रविवार शाम को मुनस्यारी में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई. शनिवार देर शाम से ही मुनस्यारी की पंचाचूली, राजरंभा, हंसलिंग, छिपलाकेदार चोटियों पर बर्फ गिरने के साथ ही बारिश शुरू हो गई थी. ताजा तस्वीरों में हिमपात के बाद चोटियां सफेद बर्फ से ढकी नजर आ रही हैं.

उधर, धारचूला की ऊंची चोटियों पर भी हिमपात हुआ है. गुंजी, गर्ब्यांग, नाभी और कालापानी क्षेत्र में शनिवार की देर शाम बर्फबारी हुई.

यह भी पढ़ेंः विकासनगर: कोरूवा गांव में 45 साल बाद हुई थाती-माटी देवी की पूजा, ये है मान्यता

से ठंड में भी इजाफा हुआ है. इसी क्रम में केदारनाथ धाम की पहाड़ियों पर भी बर्फबारी हुई. इससे पहाड़ बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं. हालांकि, केदारनाथ धाम और आसपास के इलाकों में मौसम साफ है. बता दें, 29 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गये थे.

रविवार को केदारनाथ धाम इलाके में सुबह धूप देखने को मिली लेकिन शाम को आंशिक रूप से बादल देखने को मिले. इसके साथ ही क्षेत्र में ठंडी हवा बहने से लोगों को सर्दी का एहसास भी हुआ.

केदारनाथ में बर्फबारी
केदारनाथ में बर्फबारी

पढ़ें- रुड़की नगर निगम चुनाव: बीजेपी से बागी हुए गौरव गोयल, निर्दलीय मैदान में कूदे

केदारनाथ के आसपास के मुनस्यारी, हंसलिंग, राजरंभा, छिपलाकेदार की चोटियों पर भी हल्की बारिश के साथ बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के बाद चोटियां बर्फ से ढकी नजर आ रही हैं, जिससे सर्द हवाएं चलने से निचले इलाकों में ठंड में इजाफा हुआ है.

वहीं, चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के आसपास पहाड़ियों पर एक बार फिर से बर्फबारी हुई है. बर्फ पड़ने से बदरीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. बर्फबारी, बारिश और ओलावृष्टि के साथ ही सर्द हवाएं चलने से निचले इलाकों में ठंड में बढ़ोतरी हुई है.

देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है, जिस वजह से पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिल रही है, इससे ठंड में भी इजाफा हुआ है. इस कारण केदारनाथ धाम और भगवान बदरीनाथ के कपाट बंद कर दिए गए.

जहां एक तरफ 29 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गये थे. तो वहींस, दूसरी ओर भगवान बदरीनाथ के कपाट 17 नवंबर से शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे

बदरीनाथ
बदरीनाथ में बर्फबारी

पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी से प्रदेश में ठंड में भी इजाफा हुआ है. बदरीनाथ धाम के आसपास पहाड़ियों पर एक बार फिर से बर्फवारी हुई है. बर्फ पड़ने से बदरीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. बर्फबारी, बारिश और ओलावृष्टि के साथ ही सर्द हवाएं चलने से निचले इलाकों में ठंड में बढ़ोतरी हुई है.

बदरीनाथ
बदरीनाथ में बर्फबारी

तीर्थयात्रियों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लिया है. चमोली जिले में रविवार को दोपहर बाद से मौसम का मिजाज बदल गया. बदरीनाथ धाम की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई, जबकि निचले क्षेत्रों में कहीं-कहीं बारिश हुई. इससे धाम में ठंड बढ़ गई है. ठंड से बचने के लिए नगर पंचायत बदरीनाथ की ओर से अलाव की व्यवस्था की गई है.

बदरीनाथ में बर्फबारी
बदरीनाथ में बर्फबारी

मुनस्यारी की ऊंची चोटियों पर भी हिमपात से निचले इलाकों में ठंड बढ़ने लगी है. रविवार शाम को मुनस्यारी में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई. शनिवार देर शाम से ही मुनस्यारी की पंचाचूली, राजरंभा, हंसलिंग, छिपलाकेदार चोटियों पर बर्फ गिरने के साथ ही बारिश शुरू हो गई थी. ताजा तस्वीरों में हिमपात के बाद चोटियां सफेद बर्फ से ढकी नजर आ रही हैं.

उधर, धारचूला की ऊंची चोटियों पर भी हिमपात हुआ है. गुंजी, गर्ब्यांग, नाभी और कालापानी क्षेत्र में शनिवार की देर शाम बर्फबारी हुई.

यह भी पढ़ेंः विकासनगर: कोरूवा गांव में 45 साल बाद हुई थाती-माटी देवी की पूजा, ये है मान्यता

से ठंड में भी इजाफा हुआ है. इसी क्रम में केदारनाथ धाम की पहाड़ियों पर भी बर्फबारी हुई. इससे पहाड़ बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं. हालांकि, केदारनाथ धाम और आसपास के इलाकों में मौसम साफ है. बता दें, 29 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गये थे.

रविवार को केदारनाथ धाम इलाके में सुबह धूप देखने को मिली लेकिन शाम को आंशिक रूप से बादल देखने को मिले. इसके साथ ही क्षेत्र में ठंडी हवा बहने से लोगों को सर्दी का एहसास भी हुआ.

केदारनाथ में बर्फबारी
केदारनाथ में बर्फबारी

पढ़ें- रुड़की नगर निगम चुनाव: बीजेपी से बागी हुए गौरव गोयल, निर्दलीय मैदान में कूदे

केदारनाथ के आसपास के मुनस्यारी, हंसलिंग, राजरंभा, छिपलाकेदार की चोटियों पर भी हल्की बारिश के साथ बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के बाद चोटियां बर्फ से ढकी नजर आ रही हैं, जिससे सर्द हवाएं चलने से निचले इलाकों में ठंड में इजाफा हुआ है.

वहीं, चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के आसपास पहाड़ियों पर एक बार फिर से बर्फबारी हुई है. बर्फ पड़ने से बदरीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. बर्फबारी, बारिश और ओलावृष्टि के साथ ही सर्द हवाएं चलने से निचले इलाकों में ठंड में बढ़ोतरी हुई है.

चमोली
बदरीनाथ धाम के आसपास पहाड़ियों पर एक बार फिर हुई बर्फवारी।बर्फवारी होने के बाद बद्रीनाथ धाम में पड़ रही कड़ाके की ठंड,तीर्थयात्रियों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का लिया सहारा,17 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे भगवान बद्रीनाथ के कपाट।
Last Updated : Nov 4, 2019, 3:30 PM IST
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