बीजिंग : चीन ने आतंकवाद के मकसद से दिये जाने वाले वित्तपोषण से लड़ने में अपने करीबी सहयोगी पाकिस्तान के 'बड़े प्रयासों' की शुक्रवार को प्रशंसा की और उन खबरों को खारिज कर दिया कि उसने हाल ही में पेरिस में संपन्न हुई एफएटीएफ की बैठक में इस्लामाबाद के खिलाफ भारत और अन्य देशों का साथ दिया.
एफएटीएफ आतंकवाद के वित्तपोषण पर नजर रखने वाली संस्था है, जिसने पाकिस्तान को 'ग्रे' सूची में बरकरार रखा है.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग से यहां ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में यह पूछा गया कि क्या चीन ने पाकिस्तान को एक मजबूत संदेश देने और उससे आतंकवाद के वित्त पोषण तथा धन शोधन से लड़ने का आग्रह करते हुए भारत और अन्य देशों का साथ दिया? इस पर शुआंग ने कहा वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को धनशोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण पर अपनी कार्य योजना को लागू करने के लिए और समय देने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा, 'संबंधित मुद्दे पर चीन के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है. पाकिस्तान ने अपनी आतंकवाद वित्तपोषण रोधी प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए बड़े प्रयास किए हैं, जिसे एफएटीएफ के अधिकतर सदस्यों ने पेरिस में 20 फरवरी को संपन्न अपनी बैठक में स्वीकार किया है'.
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गेंग ने कहा, 'बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पाकिस्तान को अपनी कार्य योजना को लागू करने के लिए और समय दिया जाए'.