श्रीनगर : जम्मू और कश्मीर की मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ने चरणबद्ध तरीके से यहां के जिला न्यायालयों के कामकाज की समीक्षा की. वह यह समीक्षा वर्चुअल मोड से कर रही हैं. उन्होंने 13, 14 और 18 जुलाई को न्यायालयों के कामकाज की समीक्षा की.
13 जुलाई
पहले चरण में उन्होंने कारगिल, शोपियां, कुलगाम जिला न्यायालयों के कामकाज की समीक्षा की.
14 जुलाई
दूसरे चरण में मुख्य न्यायाधीश ने कठुआ, पुंछ, डोडा और गांदरबल जिलों के न्यायिक अधिकारियों से बात की और कामकाज की समीक्षा की.
18 जुलाई
तीसरे चरण में बडगाम, सांबा, राजौरी और बांदीपोरा जिला न्यायालयों के कामकाज की समीक्षा की.
जिला न्यायालयों के कामकाज की समीक्षा करते हुए, मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ने इन जिलों के सभी न्यायिक अधिकारियों से लंबित मामलों को जल्द से जल्द निबटाने के लिए कहा.
उन्होंने न्यायिक अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आकस्मिक मामलों की सुनवाई बढ़ाने की सलाह दी गई.
मुख्य न्यायाधीश ने अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर मामलों की पहचान करने, लंबित मामलों को खत्म करने और अन्य मामलों के जल्द से जल्द निबटारा करने की भी सलाह दी.
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जिला न्यायालयों के बुनियादी ढांचे के मुद्दों का जायजा लेते हुए प्रधान न्यायाधीश ने प्रधानजिला एवं सत्र न्यायाधीशों और संबंधित सिविल विभागों के समक्ष बुनियादी ढांचे का मामला उठाया. मुख्य न्यायाधीश ने नए न्यायालय परिसरों के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण करने की कार्रवाई की भी समीक्षा की.
मुख्य न्यायाधीश को अन्य जिलों के न्यायिक अधिकारियों के साथ आने वाले दिनों चरणबद्ध तरीके से बातचीत करेंगी.