नई दिल्ली : केन्द्र सरकार ने बुधवार को आठ प्रमुख कैबिनेट कमेटियों को पुनर्गठित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अमित शाह अधिकतर समितियों का हिस्सा हैं.
नरेंद्र मोदी सरकार ने इन 8 कैबिनेट कमेटियों का दोबारा गठन किया है-
- अप्वाइंटमेंट कमेटी ऑफ द कैबिनेट
- कैबिनेट कमेटी ऑन अकोमडेशन
- कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स
- कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट अफेयर्स
- कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स
- कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी
- कैबिनेट कमेटी ऑन इनवेस्टमेंट एण्ड ग्रोथ
- कैबिनेट कमेटी ऑन इम्पलॉयमेंट एण्ड स्किल डेवलेपमेंट
केंद्रीय वित्त मंत्री, निर्मला सीतारमण को छह समितियों कैबिनेट समिति, आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति, संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति, राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति, सुरक्षा पर कैबिनेट समिति, निवेश और विकास के लिए कैबिनेट समिति , रोजगार और कौशल विकास पर कैबिनेट समिति में जगह मिली है.
इसके अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को आर्थिक और सुरक्षा समितियों में शामिल किया गया है. इन समितियों को सबसे अहम माना जाता है. इन समितियों मे राजनाथ सिंह को अलावा प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, निर्मला सीतारमण और जयशंकर शामिल हैं.
कैबिनेट कमेटी ऑन अकोमडेशन का कंपोजीशन गृह मंत्री अमित शाह, रोड ट्रांसपोर्ट एण्ड हाईवे मंत्री नितिन गडकरी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल मंत्री पीयूष गोयल के पास रहेगा.
धर्मेंद्र प्रधान रोजगार और कौशल विकास संबंधी आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति और कैबिनेट समिति शामिल किए गए हैं. इसके अलावा वो पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी देखेंगे.
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वहीं पीयूष गोयल को रोजगार और कौशल विकास पर कैबिनेट समिति, निवेश और विकास पर कैबिनेट समिति, राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति, आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति और मंत्रिमंडल समिति निवास समितियों में शामिल किया गया है.
दिलचस्प बात यह है कि, स्मृति जुबिन ईरानी, महिला और बाल विकास और कपड़ा मंत्री ने रोजगार और कौशल विकास पर कैबिनेट समिति में विशेष आमंत्रित सदस्यों के तौर पर स्थान पाया है.लेकिन उनको आठ समितियों में से किसी भी समिती में सदस्य नहीं बनाया गया.