पटना : बिहार के दो दिवसीय दौरे पर पटना आई केंद्रीय टीम ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की धीमी जांच को लेकर सवाल उठाए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने राज्य सरकार को जांच का दायरा बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच कर समय पर रिपोर्ट प्राप्त करने की व्यवस्था करने का सुझाव दिया है.
पटना में केंद्रीय टीम की हुई बैठक में लव अग्रवाल ने राज्य स्वास्थ्य मंत्रालय को कई अहम निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि बिहार में बेंगलुरु की तर्ज पर काम करने की जरूरत है. लैब में जांच क्षमता बढ़ाना ही होगा और आरटीपीएस के माध्यम से अधिक से अधिक जांच होनी चाहिए.
कंटेनमेंट जोन पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत
लव अग्रवाल ने कहा है कि कई जिलों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. आईसीयू बेड बढ़ाए जाने की और कंटेनमेंट जोन पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है. इस पर ध्यान दिए बिना बिहार में संक्रमण पर नियंत्रण नहीं किया जा सकता है.
जनता को किया जाए जागरूक
केंद्रीय टीम ने कहा है कि निजी अस्पतालों को लैब से जोड़ने की जरूरत है. अधिक से अधिक फील्ड ऑफिसर्स को ट्रेनिंग देने की जरूरत है. लॉकडाउन का फायदा उठाने के लिए आम जनता में जागरूकता फैलाने की जरूरत है. साथ ही, मरीजी को देखने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवको को पीपीई किट प्रयाप्त संख्या में उपलब्ध कराया जाए.
'महामारी का प्रकोप और बढ़ सकता है'
तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम सोमवार को गया पहुंची और अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एएनएमसीएच) का दौरा किया. केंद्रीय टीम में शामिल सदस्यों ने कहा कि आने वाले समय में इस महामारी का प्रकोप और बढ़ सकता है, इसलिए अभी से इसके लिए तैयारी कर लेनी चाहिए.
टीम ने गया में कंटेनमेंट जोन का लिया जायजा
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने गया पहुंचकर कोविड-19 के प्रकोप की स्थिति के विभिन्न पहलुओं पर जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इसके बाद टीम और अधिकारी जी बी रोड स्थित कंटेनमेंट जोन पहुंची और वहां का जायजा लिया. यहां से केंद्रीय टीम एएनएमसीएच पहुंची और वहां निरीक्षण किया.
'जरूरत है कि अभी से सचेत हो जाएं'
एएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. पी कुमार ने बताया कि टीम का कहना है कि आने वाले समय में कोरोना का प्रकोप और बढ़ सकता है. जरूरत है कि अभी से मरीजों के इलाज के प्रति सचेत हो जाएं. आने-वाले मरीजों का विश्लेषण करना है और प्रयास करना है कि उसे स्वस्थ किया जाए. उन्होंने बताया कि इस दौरान केंद्रीय टीम ने यहां आने वाले मरीजों के रखने और इलाज करने की प्रक्रिया के विषय में भी जानकारी ली.
यह भी पढ़ें- कानपुर एनकाउंटर : जेल गए जय वाजपेई के बयान से फिर बढ़ी सियासी हलचल
बिहार सरकार के काम की हुई सराहना: मंगल पांडेय
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि, केंद्रीय टीम ने बिहार सरकार के सभी कामों की भी निगरानी की है. साथ ही, कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बिहार सरकार के कदम की सराहना की.
स्वास्थ्य अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम रविवार को पटना पहुंची थी. रविवार को कोविड की स्थिति के विभिन्न पहलुओं पर राज्य सरकार के मुख्य सचिव और वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ चर्चा की और राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे.
इस टीम के अन्य सदस्यों में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डॉ. एसके सिंह और एम्स-नई दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर नीरज निश्चल हैं. केंद्रीय टीम ने कोरोना महामारी को रोकने के लिए उठाए गए उपायों की देखरेख के लिए पटना के कई क्षेत्रों का दौरा भी किया था.