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राज्य की स्वायत्तता खत्म कर रही है केंद्र सरकार : सांसद डी रविकुमार

लोकसभा में अंतरराज्यीय नदी जल विवाद (संशोधन) विधेयक, 2019 ध्वनि मत से पारित हो गया. लोकसभा में बांध सुरक्षा विधेयक को भी चर्चा के लिए पेश किया गया. हालांकि, तमिलनाडु के सांसद ने विधेयकों का विरोध किया है. जानें क्या है पूरा मामला...

सांसद डी रविकुमार
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Published : Aug 1, 2019, 12:03 AM IST

नई दिल्लीः लोकसभा में आज अंतरराज्यीय नदी जल विवाद संशोधन विधेयक 2019 को पारित कर दिया गया. वहीं बांध सुरक्षा विधेयक 2019 को चर्चा के लिए पेश किया गया. तमिलनाडू के सांसद ने इन विधेयकों का विरोध करते हुए कहा कि केंद्र सरकार इनको पारित करने की जल्दी में है. उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाए कि वह राज्यों की स्वायत्तता में बाधा पौदा कर रहा है.

विदुथलाई चिरुथाईगल कात्ची (VKC) के महासचिव डी रविकुमार ने कहा कि, 'ऐसा लग रहा है कि केंद्र इन दो विधेयकों को पारित करने की जल्दी में है. उन्होंने बांध सुरक्षा विधेयक को दो दिन पहले ही सदन में पेश किया था. अंतर राज्यीय नदी जल विवाद संशोधन विधेयक 2019 और बांध की सुरक्षा विधेयक 2019 पर चर्चा चल रही है पर सरकार विधेयक को पारित करने की जल्दी में है.'

ईटीवी भारत से बात करते डी रविकुमार

रविकुमार ने कहा कि यह दोनों विधेयक तमिलनाडु के हित के खिलाफ हैं.

रविकुमार आगे कहते हैं, 'तमिलनाडु में ज्यादातर नदियां अंतर राज्यीय हैं. हम पहले ही कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल से मुकदमा लड़ रहे हैं. यह कानून केंद्र द्वारा स्थापित सभी न्यायाधिकरणों को समाप्त कर देगा. इतना ही नहीं, यह कानून राज्यों की स्वायत्तता के लिए एक चुनौती है.'

पढ़ें-अंतर राज्यीय नदी जल विवाद संशोधन बिल लोकसभा में पारित

बांध सुरक्षा विधेयक पर रविकुमार कहते हैं, 'तामिलनाडु के केरल में चार बांध हैं. वह बांध अंतर्राज्यीय समझौते के तहत तमिलनाडु द्वारा नियंत्रित हैं. इस नए कानून से राज्य पर गंभीर असर पड़ेगा.'

गौरतलब है कि लगभग सभी विपक्षी पार्टियां इस विधेयक का विरोध कर रही हैं.

नई दिल्लीः लोकसभा में आज अंतरराज्यीय नदी जल विवाद संशोधन विधेयक 2019 को पारित कर दिया गया. वहीं बांध सुरक्षा विधेयक 2019 को चर्चा के लिए पेश किया गया. तमिलनाडू के सांसद ने इन विधेयकों का विरोध करते हुए कहा कि केंद्र सरकार इनको पारित करने की जल्दी में है. उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाए कि वह राज्यों की स्वायत्तता में बाधा पौदा कर रहा है.

विदुथलाई चिरुथाईगल कात्ची (VKC) के महासचिव डी रविकुमार ने कहा कि, 'ऐसा लग रहा है कि केंद्र इन दो विधेयकों को पारित करने की जल्दी में है. उन्होंने बांध सुरक्षा विधेयक को दो दिन पहले ही सदन में पेश किया था. अंतर राज्यीय नदी जल विवाद संशोधन विधेयक 2019 और बांध की सुरक्षा विधेयक 2019 पर चर्चा चल रही है पर सरकार विधेयक को पारित करने की जल्दी में है.'

ईटीवी भारत से बात करते डी रविकुमार

रविकुमार ने कहा कि यह दोनों विधेयक तमिलनाडु के हित के खिलाफ हैं.

रविकुमार आगे कहते हैं, 'तमिलनाडु में ज्यादातर नदियां अंतर राज्यीय हैं. हम पहले ही कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल से मुकदमा लड़ रहे हैं. यह कानून केंद्र द्वारा स्थापित सभी न्यायाधिकरणों को समाप्त कर देगा. इतना ही नहीं, यह कानून राज्यों की स्वायत्तता के लिए एक चुनौती है.'

पढ़ें-अंतर राज्यीय नदी जल विवाद संशोधन बिल लोकसभा में पारित

बांध सुरक्षा विधेयक पर रविकुमार कहते हैं, 'तामिलनाडु के केरल में चार बांध हैं. वह बांध अंतर्राज्यीय समझौते के तहत तमिलनाडु द्वारा नियंत्रित हैं. इस नए कानून से राज्य पर गंभीर असर पड़ेगा.'

गौरतलब है कि लगभग सभी विपक्षी पार्टियां इस विधेयक का विरोध कर रही हैं.

Intro:New Delhi: Opposing Centre's move of making passage for contentious Dam Safety as well as Inter State River Water Disputes (Amendment) Bill 2019, lawmaker from Tamil Nadu on Wednesday accused that the Centre is in a hurry to pass the Bills by hampering the autonomy of the states.


Body:"It seems Centre is in a hurry to pass two legislatures. They have introduced the Dam Safety Bill two days ago. And discussion on both Dam Safety as well as Inter State River Water Disputes (Amendment) Bill 2019 are going on...but Government is in a hurry to pass the bill," said Viduthalai Chiruthaigal Katchi (VCK) general secretary D Ravikumar.

Ravikumar is a member in Lok Sabha.

Ravikumar said that both the legislations are against the interest of Tamil Nadu.

"Most of the rivers in Tamil Nadu are inter state rivers. We are already fighting case with Karnataka, Andhra Pradesh and Kerala. The new legislation intends to scrap all tribunals set up by the Centre...In fact, it's a challenge to the autonomy of the states...," said Ravikumar.


Conclusion:Dam Safety Bill is also against the interest of Tamil Nadu. "Tamil Nadu has four dams in Kerala but they are controlled by Tamil Nadu under inter state agreement...thia new bill is also likely to affect the state severely," said Ravikumar.

In fact, most of the opposition parties are against these two bills.

Congress too raised their voice against the Bills.

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