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MP में एक ही नंबर के दो बैंक खाते : ₹ 89 हजार निकालने के बाद पैसे लौटाने का वादा - hukum singh baghel

मध्य प्रदेश के भिंड जिले की आलमपुर एसबीआई शाखा में एक ही नंबर के दो खाते होने का मामला सामने आया था. जिसमें एक शख्स ने दूसरे शख्स के पैसे निकाल लिए थे. हालांकि अब उसने संबंधित व्यक्ति के पैसे वापस करने की बात कही है. जिसका शपथ पत्र भी उसने बैंक को सौंपा है. जानें पूरा मामला...

स्टेट बैंक और पैसे निकालने वाले हुकूम सिंह
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Published : Nov 24, 2019, 7:53 AM IST

भिंड। मध्य प्रदेश के बैंक से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. भिंड जिले के आलमपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) बैंक में एक नंबर के दो बैंक खाते सामने आए हैं. इसके बाद से इलाके समेत बैंक अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.

बैंक की गड़बड़ी से एक शख्स की गाढ़ी कमाई कोई दूसरा उसी खाते से निकालता रहा. मामला सामने आने के बाद पैसे निकालने वाले हुकुम सिंह बघेल ने संबंधित व्यक्ति का पैसा वापस करने की बात कही है.

पूरी घटना पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट

क्या था पूरा मामला
भिंड जिले के रूरई गांव के रहने वाले हुकुम सिंह कुशवाह और रोनी गांव के रहने वाले हुकुम सिंह बघेल नाम के दो शख्सों ने आलमपुर के एसबीआई ब्रांच में खाता खुलवाया था. लेकिन बैंक प्रबंधन ने दोनों की पासबुक में सिर्फ फोटो अलग-अलग लगाई. जबकि दोनों का पता और खाता नंबर एक ही दे दिया. यानी खाता एक और मालिक दो, खाता खुलवाने के बाद रूरई गांव का हुकुम सिंह कुशवाहा काम करने के लिए हरियाणा चला गया. जहां से वह पैसे बचाकर खाते में जमा करवाता रहा. उधर रोनी गांव का हुकुम सिंह बैंक पहुंचकर पैसे निकालता रहा.

पूरी घटना पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट

हुकुम सिंह कुशवाह ने जब बैंक की पहुंचकर खाते की जानकारी ली तो उसके होश उड़ गए. क्योंकि उसने बैंक में अब तक खाते में 1 लाख 40 हजार रुपए जमा कर चुका था. जबकि उसके खाते में महज 34 हजार 400 रुपए ही बचे थे. जब उनसे बैंक से स्टेटमेंट निकाला था. तो पूरे मामले का खुलासा हुआ.

same account number in bhind
पैसे लौटाने का शपथ पत्र

हुकम सिंह कुशवाहा का पैसा निकाला हुकुम सिंह बघेल ने
हुकुम सिंह कुशवाहा का पैसा हुकुम सिंह बघेल ने निकाला था. उसने बताया कि उसके खाते में जो पैसा आया वह किसी और का था. इसकी उसे जानकारी नहीं थी. उसने सोचा कि यह पैसा पीएम मोदीजी डाल रहे हैं. इसलिए अकाउंट से पैसा निकाल कर खर्च कर दिए. अब हुकुम सिंह बघेल ने बैंक के दबाव में एक शपथ पत्र जमा किया है जिसमें लिखा है कि उसने 89 हजार रुपए जो खाते से निकाले थे. उसे वह तीन किस्तों में जल्द से जल्द संबंधित व्यक्ति को वापस कर देगा.

ये भी पढ़ें: बैंक खाता एक और मालिक दो : एक ने जमा किए ₹ 1.40 लाख, दूसरे को लगा मोदी जी ने भेजे

गलती या घोटाला
इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं बैंक प्रबंधन की बड़ी भूमिका नजर आती है. क्योंकि आज के दौर में जब बैंकिंग सिस्टम पूरी तरह ऑनलाइन हो चुके हैं. ऐसे में हर शख्स को अलग खाता क्रमांक और एक ग्राहक पहचान नंबर दिया जाता है. यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होती है. ऐसे में आलमपुर ब्रांच में दो अलग शख्स की पासबुक में खाता संख्या और पता एक ही है जबकि पिता के नाम अलग होने के साथ ही दोनों की फोटो अलग हैं. बावजूद इसके इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हो सकती है. यह गौर करने वाली बात है ऐसे में इसे अनजाने में हुई गलती नहीं माना जा सकता.

भिंड। मध्य प्रदेश के बैंक से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. भिंड जिले के आलमपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) बैंक में एक नंबर के दो बैंक खाते सामने आए हैं. इसके बाद से इलाके समेत बैंक अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.

बैंक की गड़बड़ी से एक शख्स की गाढ़ी कमाई कोई दूसरा उसी खाते से निकालता रहा. मामला सामने आने के बाद पैसे निकालने वाले हुकुम सिंह बघेल ने संबंधित व्यक्ति का पैसा वापस करने की बात कही है.

पूरी घटना पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट

क्या था पूरा मामला
भिंड जिले के रूरई गांव के रहने वाले हुकुम सिंह कुशवाह और रोनी गांव के रहने वाले हुकुम सिंह बघेल नाम के दो शख्सों ने आलमपुर के एसबीआई ब्रांच में खाता खुलवाया था. लेकिन बैंक प्रबंधन ने दोनों की पासबुक में सिर्फ फोटो अलग-अलग लगाई. जबकि दोनों का पता और खाता नंबर एक ही दे दिया. यानी खाता एक और मालिक दो, खाता खुलवाने के बाद रूरई गांव का हुकुम सिंह कुशवाहा काम करने के लिए हरियाणा चला गया. जहां से वह पैसे बचाकर खाते में जमा करवाता रहा. उधर रोनी गांव का हुकुम सिंह बैंक पहुंचकर पैसे निकालता रहा.

पूरी घटना पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट

हुकुम सिंह कुशवाह ने जब बैंक की पहुंचकर खाते की जानकारी ली तो उसके होश उड़ गए. क्योंकि उसने बैंक में अब तक खाते में 1 लाख 40 हजार रुपए जमा कर चुका था. जबकि उसके खाते में महज 34 हजार 400 रुपए ही बचे थे. जब उनसे बैंक से स्टेटमेंट निकाला था. तो पूरे मामले का खुलासा हुआ.

same account number in bhind
पैसे लौटाने का शपथ पत्र

हुकम सिंह कुशवाहा का पैसा निकाला हुकुम सिंह बघेल ने
हुकुम सिंह कुशवाहा का पैसा हुकुम सिंह बघेल ने निकाला था. उसने बताया कि उसके खाते में जो पैसा आया वह किसी और का था. इसकी उसे जानकारी नहीं थी. उसने सोचा कि यह पैसा पीएम मोदीजी डाल रहे हैं. इसलिए अकाउंट से पैसा निकाल कर खर्च कर दिए. अब हुकुम सिंह बघेल ने बैंक के दबाव में एक शपथ पत्र जमा किया है जिसमें लिखा है कि उसने 89 हजार रुपए जो खाते से निकाले थे. उसे वह तीन किस्तों में जल्द से जल्द संबंधित व्यक्ति को वापस कर देगा.

ये भी पढ़ें: बैंक खाता एक और मालिक दो : एक ने जमा किए ₹ 1.40 लाख, दूसरे को लगा मोदी जी ने भेजे

गलती या घोटाला
इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं बैंक प्रबंधन की बड़ी भूमिका नजर आती है. क्योंकि आज के दौर में जब बैंकिंग सिस्टम पूरी तरह ऑनलाइन हो चुके हैं. ऐसे में हर शख्स को अलग खाता क्रमांक और एक ग्राहक पहचान नंबर दिया जाता है. यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होती है. ऐसे में आलमपुर ब्रांच में दो अलग शख्स की पासबुक में खाता संख्या और पता एक ही है जबकि पिता के नाम अलग होने के साथ ही दोनों की फोटो अलग हैं. बावजूद इसके इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हो सकती है. यह गौर करने वाली बात है ऐसे में इसे अनजाने में हुई गलती नहीं माना जा सकता.

Intro:भिंड के आलमपुर कस्बे में एसबीआई बैंक कारनामा सबके सामने आने के बाद अब मामले में खाते से निकालकर पैसा खर्च करने वाले हुकुम सिंह बघेल अब वेबसाइट पर हैं उनका कहना है कि उसे नहीं पता था कि उसके खाते में जो पैसा आया वह किसी और का था उसने तो सोचा मोदी जी डाल रहे हैं इसलिए अकाउंट से पैसा निकाल कर खर्च कर दिए अब हुकुम सिंह बघेल ने बैंक के दबाव में एक शपथ पत्र जमा किया है जिसमें लिखा है कि जो ₹89000 उसने खाते से निकाले हैं उसे जल्द से जल्द 3 किस्तों में असली मालिक को वापस कर देगा हालांकि बैंक प्रबंधन कैमरे के सामने कुछ भी कहने को तैयार नहीं है


Body:डरा हुआ है रोनी गांव का हुकुम सिंह
लोनी गांव के ग्रामीणों ने सामान्य बातचीत के दौरान बताया कि आलमपुर ब्रांच एसबीआई बैंक प्रबंधन ने रोनी गांव निवासी हुकुम सिंह बघेल पर खासा दबाव बनाया हुआ है वह इतना डरा हुआ है कि ना तो किसी से मिल रहा है न कैमरे के सामने आना चाहता है बैंक के दबाव में उसने पैसा लौटाने के लिए शपथ पत्र भी जमा करा दिया है

गलती या घोटाला।
इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं बैंक प्रबंधन की बड़ी भूमिका नजर आती है क्योंकि आज के दौर में जब बैंकिंग सिस्टम पूरी तरह ऑनलाइन हो चुके हैं ऐसे में हर शख्स को अलग एक खाता क्रमांक और एक ग्राहक पहचान नंबर अलाट किया जाता है यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होती है ऐसे में आलमपुर ब्रांच में दो अलग शख्स की पासबुक में खाता संख्या और पता एक ही है जबकि पिता के नाम अलग होने के साथ ही दोनों की फोटो अलग हैं बावजूद इसके इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हो सकती है यह गौर करने वाली बात है ऐसे में इसे अनजाने में हुई गलती नहीं माना जा सकता।

यह है पूरा मामला।
बता दें कि रूरई गांव के रहने वाले हुकुम सिंह कुशवाह और रोनी गांव के रहने वाले हुकुम सिंह बघेल दोनों ने आलमपुर ब्रांच में खाता खुलवाया लेकिन बैंक प्रबंधन ने दोनों की पासबुक में सिर्फ फोटो अलग-अलग लगवाई बाकी दोनों का पता और खाता नंबर एक ही दे दिया यानी खाता एक और मालिक दो खाता खुलवाने के बाद रूरई गांव का हुकुम सिंह कुशवाहा रोजी कमाने हरियाणा चला गया जहां पैसे बचाकर वह खाते में जमा करवाता रहा उधर रोनी गांव का हुकुम सिंह बैंक पहुंचकर पैसे निकालता रहा 6 महीने में कमाने वाले हुकुम सिंह के खाते से खर्च करने वाले हुकुम सिंह ने ₹89000 निकाल लिए जब रो रही गांव वाले हुकुम सिंह को जमीन खरीदनी थी जिसके लिए वह 16 अक्टूबर को रुपए निकालने बैंक पहुंचे जहां अपने खाते में सिर्फ ₹35400 देख दंग रह गए जबकि उसके मुताबिक अब तक वह ₹140000 जमा कर चुका था इसके बाद स्टेटमेंट निकालने पर पूरा मामला सामने आया।





Conclusion:एक्स एक्स जो जी तोड़ मेहनत कर अपना पैसा अपने खाते में जमा करता रहा लेकिन उसी खाता नंबर पर एक अन्य शख्स को भी बैंक ने ग्राहक बना दिया जो बेफिक्र होकर पैसे निकालता रहा हालांकि मामला हो चलते ही अब खाते से रुपए निकासी करने वाले हुकुम सिंह बघेल ने तीन किस्तों में पैसा असली मालिक की यानी हुकुम सिंह कुशवाह को लौटाने का लिखित प्रतिवेदन दिया है लेकिन बैंक ने उसे इतना डरा दिया है कि अब हुकुम सिंह बघेल कैमरे के सामने आकर अपनी सफाई में कुछ भी कहना नहीं चाहता इसे बैंक की गलती कहें या घोटाला लेकिन भारतीय स्टेट बैंक की आलमपुर शाखा की गलती आज दोनों ही ग्राहकों के लिए मुसीबत बन गई है।

पीटीसी- पीयूष श्रीवास्तव, संवाददाता

नोट- यह फॉलोअप स्टोरी है। इस खबर में हम हुकुम सिंह बघेल की बाइट दोबारा इस्तेमाल कर सकते है ओरिजिनल स्टोरी शुक्रवार को रैप से भेजी थी। जिनमे आलमपुर शाखा और पीड़ित के विसुअल भी है उन्हें भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

शपथपत्र साथ मे अटैच है।
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