कोलकाता: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हुई हिंसा के विरोध में देश के अधिकतर हिस्सों में डॉक्टरों का विरोध-प्रदर्शन जारी है. इस पर कोलकाता हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि वह इस मामले को बातचीत के जरिए सुलझाए. वहीं, इंंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने ऐलान किया है कि 17 जून को देश भर के डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे. हालांकि, आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी. वहीं, हड़ताल कर रहे डॉक्टरों के साथ हिंसा के बाद अब तक 140 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है.
बंगाल में बवाल बढ़ते देख राज्य में कई डाक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है. दार्जिलिंग के नार्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कुल 119 डॉक्टरों ने राज्य में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा पर इस्तीफा दे दिया है. कोर्ट ने ममता से पूछा है कि उन्होंने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए हैं. .
दूसरी तरफ इसी विषय को लेकर कोलकाता स्थित आरजीकर मेडिकल कॉलेज के 16 और नार्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल दार्जिलिंग के 2 डॉक्टरों ने अपना इस्तीफा दे दिया है.
इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों का कहना है कि वे मौजूदा स्थिति में वे लोग काम करने में असमर्थ हैं, इसलिए वे इस्तीफा दे रहे हैं. ये सभी डाक्टर पश्चिम बंगाल में डाक्टरों के साथ हुई हिंसा के जवाब में इस्तीफा दे दिया है.
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दूसरी तरफ दिल्ली स्थित एम्स में डॉक्टर माथे पर हेलमेट लगाकर हिंसा के खिलाफ आवाज उठाते हुए मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
बता दें कि बंगाल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई मारपीट की घटना से मेडिकल एसोसिएशन में रोष का माहौल है. डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. उन्हें देश के अलग-अलग हिस्सों से समर्थन मिल रहा है. कई शहरों में मेडिकल सेवाएं बाधित हुई हैं.