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तीन घंटे का आंशिक चन्द्रग्रहण : नौ घंटे पहले लगेगा सूतक - lunar eclipse news

मंगलवार की आधी रात के बाद बुधवार 1:31 बजे से आंशिक चंद्रग्रहण लग जायेगा. ये बुधवार तड़के 4 बजकर 24 मिनट पर समाप्त हो जाएगा.

3 घंटे का आंशिक चन्द्रग्रहण आज
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Published : Jul 16, 2019, 12:11 PM IST


नई दिल्लीः आज रात में पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जायेगा. पृथ्वी 3 घंटे तक सूर्य और चंद्रमा के बीच रहेगी. इस कारण से 3 घंटे तक चंद्रग्रहण रहेगा. और इस आंशिक चंद्रग्रहण का पूरा देश साक्षी बन जायेगा.

शहर के एम पी विड़ला तारामंडल के शोध एवं अकादमिक निदेशक देबी प्रसाद दुआरी ने बताया कि यह ग्रहण मंगलवार देर रात 1 बजकर 31 मिनट पर शुरु होगा. और सुबह 4 बजकर 24 मिनट तक रहेगा. यह ग्रहण सबसे ज्यादा स्पष्ट रूप से सुबह 3 बजे नजर आयेगा. जब चंद्रमा का अधिकांश हिस्सा ढक जायेगा.

उन्होंने कहा कि 'आकशीय गतिविधियों में दिलचस्पी रखने वालें लोगो को इस बेहतर अवसर को नहीं गवांना चाहिए. ऐसा दोबारा देखने के लिए के लोगों को 2 साल तक का इंतजार करना पड़ेगा. ऐसा स्पष्ट दिखने वाला चंद्रग्रहण 2021 में लगेगा'.

दुआरी ने बताया कि, दक्षिण अमेरिका, यूरोप, एशिया, आस्ट्रेलिया के साथ ही देश के हर हिस्से में यह खूबसूरत खगोलीय घटना नजर आयेगी.

पढ़ेंःचंद्र ग्रहण के समय नहीं हो सकेंगे अराध्य के दर्शन

मंगलवार की रात में चंद्रमा का केवल एक हिस्सा धरती की छाया से गुजरेगा. बुधवार सुबह तीन बजकर एक मिनट पर चंद्रमा का 65 प्रतिशत व्यास पृथ्वी के छाया से ढका रहेगा.
भारत मे अगला चंदग्रहण 26 मई 2021 को लगेगा और यह पूर्ण चंद्रग्रहण होगा.

चंद्रगहण के 9 घंटे पहले सूतक लग जायेगा. जिसके कारण 16 घंटे तक 4 धाम के कपाट बंद रहेंगे. शास्त्रों के अनुसार सूर्यग्रहण के 12 घंटे और चंदग्रहण के घंटे पहले सूतक लग जाता है.


नई दिल्लीः आज रात में पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जायेगा. पृथ्वी 3 घंटे तक सूर्य और चंद्रमा के बीच रहेगी. इस कारण से 3 घंटे तक चंद्रग्रहण रहेगा. और इस आंशिक चंद्रग्रहण का पूरा देश साक्षी बन जायेगा.

शहर के एम पी विड़ला तारामंडल के शोध एवं अकादमिक निदेशक देबी प्रसाद दुआरी ने बताया कि यह ग्रहण मंगलवार देर रात 1 बजकर 31 मिनट पर शुरु होगा. और सुबह 4 बजकर 24 मिनट तक रहेगा. यह ग्रहण सबसे ज्यादा स्पष्ट रूप से सुबह 3 बजे नजर आयेगा. जब चंद्रमा का अधिकांश हिस्सा ढक जायेगा.

उन्होंने कहा कि 'आकशीय गतिविधियों में दिलचस्पी रखने वालें लोगो को इस बेहतर अवसर को नहीं गवांना चाहिए. ऐसा दोबारा देखने के लिए के लोगों को 2 साल तक का इंतजार करना पड़ेगा. ऐसा स्पष्ट दिखने वाला चंद्रग्रहण 2021 में लगेगा'.

दुआरी ने बताया कि, दक्षिण अमेरिका, यूरोप, एशिया, आस्ट्रेलिया के साथ ही देश के हर हिस्से में यह खूबसूरत खगोलीय घटना नजर आयेगी.

पढ़ेंःचंद्र ग्रहण के समय नहीं हो सकेंगे अराध्य के दर्शन

मंगलवार की रात में चंद्रमा का केवल एक हिस्सा धरती की छाया से गुजरेगा. बुधवार सुबह तीन बजकर एक मिनट पर चंद्रमा का 65 प्रतिशत व्यास पृथ्वी के छाया से ढका रहेगा.
भारत मे अगला चंदग्रहण 26 मई 2021 को लगेगा और यह पूर्ण चंद्रग्रहण होगा.

चंद्रगहण के 9 घंटे पहले सूतक लग जायेगा. जिसके कारण 16 घंटे तक 4 धाम के कपाट बंद रहेंगे. शास्त्रों के अनुसार सूर्यग्रहण के 12 घंटे और चंदग्रहण के घंटे पहले सूतक लग जाता है.

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LUNAR ECLIPSE
Three-hr partial lunar eclipse on July 16-17 night
         Kolkata, Jul 15 (PTI) Sky enthusiasts in the country can witness a three-hour long partial lunar eclipse early Wednesday, when the Earth will move between the Sun and the Moon.
         The eclipse will begin around 1.31 am on Wednesday, the research and academic director of M P Birla Planetarium in the city, Debiprosad Duari, told PTI. The greatest partial eclipse when the Moon will look the darkest will be around 3 am.
         "Skywatchers should not miss this chance since there will be no proper lunar eclipse till 2021," he said.
         The celestial phenomenon will be visible entirely from all parts of the country, besides parts of South America, Europe, Africa, Asia and Australia, Duari said.
         The Moon will remain partially eclipsed till 4:29 am on Wednesday. So it is a golden opportunity for the sky enthusiasts in the country as the eclipse will be visible almost throughout the night, he said.
         On Tuesday night, only a part of the Moon will pass the Earth's shadow. Around 3:01 am on Wednesday, 65 per cent of the Moon's diameter will be under the shadow of the Earth, Duari said.
         Elaborating on the celestial phenomenon, he said it takes place only at full Moon night, when it, the Sun and the Earth are in a perfect straight line.
         As the Sun's rays fall on the Earth, its shadow falls on to a patch of space. When the Moon enters the patch of shadow there is lunar eclipse.
         The patch of shadow is actually composed of two cone-shaped parts - one nestled inside the other.
         The outer shadow or penumbra is a zone where the Earth shadow is partial and blocks some, but not all of the Sun's rays. In contrast, the inner shadow or umbra is a region where the Earth blocks all direct sunlight from reaching the Moon.
         When only a part of the Moon passes through the umbra, a partial lunar eclipse is seen.
         If the entire Moon passes through the umbral shadow, then a total eclipse of the Moon occurs, he said.
         India will witness the next lunar eclipse on May 26, 2021, when it will be a total one, he added.
         When asked, he said lunar eclipses are completely safe to view with the naked eye.          One does not need a telescope to watch the lunar eclipse although a good pair of binoculars will enhance the experience, Duari said. PTI SCH KK

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