नई दिल्ली : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद वृंदा करात ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस पर करारा हमला करते हुए कहा कि वह गृहमंत्री अमित शाह के इशारे पर काम कर रही है.
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा मामले पर शुक्रवार को मीडिया कॉन्फ्रेंस में वामपंथी छात्र समूहों पर ही अंगुली उठाई थी और नौ संदिग्धों की तस्वीरें जारी की थीं, जिनमें छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष भी शामिल थीं. दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा था, 'यह शुरुआती जांच है, पूरी जानकारी जांच पूरी होने के बाद दी जाएगी.'
सीपीएम नेता वृंदा करात ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, 'ऐसा लगता है कि दिल्ली पुलिस गृह मंत्रालय और भाजपा-आरएसएस की आवाज बनकर कार्य कर रही है.'
करात ने कहा कि शुक्रवार की बेतुकी प्रेस कॉन्फ्रेंस से जनसामान्य के बीच दिल्ली पुलिस की विश्वसनीयता पर भी गहरा आघात लगा, जिसमें उसने एबीवीपी और संघ परिवार से जुड़े लोगों में से किसी का नाम तक नहीं लिया.
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष को आरोपी बनाये जाने पर भी करात ने दिल्ली पुलिस की आलोचना की और कहा, 'आईशी के ऊपर बर्बर तरीके से हमला किया गया, उसे सुरक्षा देने के बजाए, दिल्ली पुलिस ने बिना किसी ठोस सबूत के उसे ही आरोपी बना दिया.'
पढ़ें : JNU हिंसा मामले में पुलिस ने 9 संदिग्धों की तस्वीरें जारी कीं, आईशी घोष भी शामिल
करात ने कहा कि जेएनयू छात्र भविष्य की अपनी कार्य योजना पर फैसला करेंगे.
बीजेपी पर हमला करते हुए वृंदा ने कहा कि जो कोई भी लोकतंत्र की बात करता है, उसे लोकतंत्र विरोधी कहा जाता है. उन्होंने कहा, 'यह सरकार (भाजपा) ब्रांडिंग में अच्छी है. इस सरकार के अनुसार जो लोकतंत्र के लिए बोलता है, वह लोकतंत्र विरोधी और शहरी नक्सल है.'