नई दिल्ली : पूर्वोत्तर दिल्ली में हो रही हिंसा को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता और पूर्व सांसद वृंदा करात ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा. पत्र में उन्होंने शाह से दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हस्तक्षेप की मांग की. इसके अलावा पत्र में करात ने भाजपा नेता कपिल मिश्रा को हिंसा भड़काने के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
माकपा नेता करात ने अपने पत्र में यह मांग भी की है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि उपद्रवियों को राजधानी में घुसने न दिया जाए.
पत्र में शाहीन बाग को लेकर करात ने लिखा कि दो माह से संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहा प्रदर्शन शांतिपूर्ण है.
ईटीवी भारत से बातचीत में वृंदा करात ने कहा कि दिल्ली में कानून और व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह ध्वस्त हो गई है. गृहमंत्री को कुछ जिम्मेदारी दिखानी चाहिए ताकि दिल्ली में शांति बनी रहे.
करात ने बताया कि उन्होंने दिल्ली के अस्पतालों का दौरा किया, जहां हिंसा प्रभावित पीड़ितों को भर्ती कराया गया है.
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करात ने बताया कि पीड़ितों में से एक के साथ बातचीत के दौरान, उन्होंने बताया कि उन पर हमला करने से पहले उनसे उनके समुदाय के बारे में पूछताछ की गई थी.
करात ने अपने पत्र में परोक्ष रूप से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के विवादित बयान का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा कि एक केंद्रीय मंत्री द्वारा उकसाए जाने पर एक व्यक्ति ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई थी. इससे पुलिस और खुफिया एजेंसियों को सतर्क हो जाना चाहिए था, लेकिन एजेंसियां विफल रहीं और रिपोर्टों को नजरअंदाज कर दिया गया.