देहरादून : लद्दाख में शहीद देव बहादुर का पार्थिव शरीर आज चार दिन बाद रुद्रपुर किच्छा लाया गया. गोरखा रेजिमेंट में तैनात शहीद देव बहादुर का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके घर लाया गया आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा.
शहीद के माता-पिता और भाई ने सम्मान के साथ शहीद के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए. इस दौरान आसमान शहीद के सम्मान में जयकारों से गूंज उठा. शहीद देव बहादुर का अंतिम संस्कार आज दोपहर में किया जाएगा.
बता दें कि पेट्रोलिंग के दौरान लद्दाख बॉर्डर पर किच्छा के लाल देव बहादुर शहीद हो गए थे. उनका पार्थिक शरीर चार दिन बाद आज किच्छा लाया गया. शहीद देव बहादुर के भाइयों ने भाई की शहादत पर गर्व महसूस होने की बात कही. वहीं, स्थानीय लोगों ने राज्य सरकार से पास के ही स्टेडियम को शहीद का नाम देने की मांग की है.
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शहीद के भाई किशन बहादुर और छोटे भाई अनुज ने बताया कि देव बड़े ही मिलनसार स्वभाव के थे. जब भी घर छुट्टी में आते थे, तब बोलते थे कि उन्हें कुछ करना है. अब उन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है.
उन्होंने कहा कि उनके भाई ने उनका सीना चौड़ा किया है. देश की खातिर उन्होंने अपना बलिदान दिया है. वह हमारे दिल में हमेशा जिंदा रहेंगे. छोटे भाई अनुज ने बताया कि वह भी आर्मी में भर्ती होने के लिए तैयारी कर रहे हैं.