नई दिल्ली: केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर हिंदू आतंक का नारा उछालने और राजनीतिक फायदा उठाने के लिए फर्जी सबूतों के आधार पर मामले दाखिल करने का आरोप लगाया.
भाजपा ने समझौता विस्फोट मामले में अदालत के फैसले के आलोक में शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीतिक लाभ के लिये फर्जी थ्योरी बनाने और हिन्दू आतंकवाद कह कर पूरे हिन्दू समाज को कलंकित करने के लिये कांग्रेस को पूरे समाज से माफी मांगनी चाहिए.
वित्त मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मंदिरों में जाने को लेकर राहुल, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग हिन्दुओं को आतंकवादी मानते थे, वे अब इस धर्म के प्रति अपने समर्पण को दिखाने में लगे हुए हैं.
उन्होंने कहा कि यह अच्छा है कि वे मंदिर जा रहे हैं और इस बात को मानते हैं कि भगवान राम का जन्मस्थान अयोध्या है. उनका इशारा प्रियंका गांधी की अयोध्या यात्रा की ओर था.
समझौता एक्सप्रेस मामले के संदर्भ में जेटली ने कहा कि संप्रग और कांग्रेस के कार्यकाल में जब कोई सबूत नहीं था, तब हिंदू आतंकवाद कह कर, हिंदू समाज को कलंकित करना इतिहास में पहली बार हुआ.
उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह के 3-4 मुकदमे बनाए गए, जिसमें से एक भी टिक नहीं पाया.
जेटली ने आरोप लगाया, 'राजनीतिक लाभ लेने के लिए कांग्रेस ने फर्जी थ्योरी बनाई और हिंदू आतंकवाद कह कर पूरे हिंदू समाज को कलंकित किया.' उन्होंने कहा कि लोग इसके लिये कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेंगे.
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस को पूरे समाज से माफी मांगनी चाहिए.
समझौता एक्सप्रेस मामले की जांच के संदर्भ में जेटली ने कहा कि इस मामले की जांच एनआईए ने 2007..09 के दौरान की थी, जब संप्रग सत्ता में थी. इस मामले की जवाबदेही कांग्रेस की बनती है.
उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में निर्दोष लोग मारे गए लेकिन जांचकर्ताओं का ध्यान दोषियों को पकड़ने की बजाए हिन्दू आतंकवाद की राजनीतिक थ्योरी को स्थापित करने पर था.
गौरतलब है कि इसी महीने एनआईए की एक अदालत ने इस मामले में सभी चार आरोपियों.. नब कुमार सरकार उर्फ स्वामी असीमानंद, लोकेश शर्मा, कमल चौहान और राजिन्दर चौधरी को बरी कर दिया गया था. समझौता एक्सप्रेस में 18 फरवरी 2007 को हरियाणा के पानीपत के पास विस्फोट हुआ था.