नई दिल्ली : बिहार चुनाव के साथ ही भारतीय जनता पार्टी 65 उप-चुनाव वाली सीटों को लेकर भी बहुत गंभीर है. मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह सरकार का भविष्य ही इन उप-चुनाव के परिणाम पर टिका हुआ है. मध्य प्रदेश की 27 सीटों पर उप-चुनाव होने वाले हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के लिए इस्तीफा देना पड़ा था. अब इन्हीं खाली सीटों पर उप-चुनाव होने जा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार सभी उप-चुनाव वाली सीटों के लिए पिछले बुधवार को भाजपा मुख्यालय में राज्य के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक हुई थी. इसमें उप-चुनाव के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की गई थी. सूत्रों के अनुसार सिंधिया कैंप के 22 विधायकों को उप-चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने पर चर्चा की गई. यदि बात करें 65 उप-चुनाव की तो इनमें 64 सीटें विधानसभा की हैं और एक सीट लोकसभा की है.
घर-घर जाकर संपर्क साधने के भी निर्देश
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार चुनाव के साथ-साथ तमाम 65 उप-चुनाव वाली सीटों पर तैयारी शुरू कर दी है. इन तमाम उप-चुनाव वाली सीटों पर उन राज्यों से संबंधित नेताओं को अब वर्चुअल माध्यम के अलावा लोगों से घर-घर जाकर संपर्क साधने के भी निर्देश दिए गए हैं. पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी के बिहार से संबंधित नेताओं की बैठक पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ली थी. इसमें बिहार के सभी सांसदों को बुलाया गया था. सभी सांसदों को यह टारगेट दिया गया कि वह अपने-अपने क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटों को जीत दिलाने की कोशिश करें. अब वर्चुअल माध्यम के अलावा सांसद और जनप्रतिनिधि खुद मैदान में उतरें और लोगों से घर-घर जाकर संपर्क साधें. साथ ही यह भी निर्देश दिए गए कि चुनाव प्रचार के दौरान कोविड-19 के मापदंडों को पूरी तरह से ध्यान में रखा जाए.
14 राज्यों की 65 सीटों पर होने हैं उप-चुनाव
इसके अलावा गुजरात में भी 8 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव होने हैं. किसी ने याचिका दी थी कि इन उप-चुनावों को नहीं कराया जाए मगर, गुजरात हाईकोर्ट ने याचिका को रद्द कर दिया था. इन 8 सीटों पर भी चुनाव आयोग ने साफ संकेत दे दिए थे कि बिहार चुनाव के साथ-साथ ही यहां भी उप-चुनाव कराए जा सकते हैं. बिहार के बाल्मीकि नगर की लोकसभा सीट, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश की 1-1 विधानसभा सीट, असम और केरल में विधायकों की मृत्यु के बाद खाली हुईं सीटों पर भी उप-चुनाव, बिहार चुनाव के साथ ही होने हैं. कुल मिलाकर 14 राज्यों की 65 सीटों पर उप-चुनाव बिहार के चुनाव के साथ होने हैं. इन उप-चुनाव में बीजेपी राम मंदिर का मुद्दा, तीन तलाक का मुद्दा, कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाने का मुद्दा, हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता दिलाने की बात और कोरोना संकट में केंद्र सरकार की तरफ से किए कार्यों का उल्लेख करेगी. साथ ही भाजपा शासित राज्य और गैर भाजपा शासित राज्य के आधार पर चुनावी रणनीति बनाने का निर्देश राज्य के नेताओं को दिया गया है.