मुंबई : भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को कहा कि अगर राकांपा और कांग्रेस सरकार छोड़ने की धमकी देकर शिवसेना पर मुस्लिम कोटा देने का दबाव बनाएंगे, तो वह महाराष्ट्र सरकार का हाथ थामेगी.
दरअसल, राकांपा और कांग्रेस ने कहा है कि राज्य सरकार शिक्षा में मुसलमानों को पांच प्रतिशत कोटा देगी.
हालांकि, मुख्यमंत्री व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि मुस्लिम कोटे के लिए प्रस्ताव अभी तक उनके पास नहीं आया है , जब यह प्रस्ताव आएगा तो उसकी वैधता का सत्यापन किया जाएगा.
बता दें कि भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुगंतीवार ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं दिया जा सकता.
राज्य के पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, 'शिवसेना ने जो रूख अपनाया है वह सही है, वह संविधान की बात कर रहे हैं. संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देता है.'
उन्होंने कहा, 'अगर धर्म के आधार पर ही आरक्षण दिया जाना है तो सिखों और ईसाइयों ने क्या गलती की है?'
भाजपा नेता ने कहा कि केन्द्र सरकार ने पहले ही आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए 10 प्रतिशत कोटे की व्यवस्था कर दी है, जिसमें मुसलमान और ईसाई दोनों आते हैं.
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उद्धव जी ने बहुत सही रूख अपनाया है. शिवसेना के साथ हमरा गठबंधन सिद्धांत पर आधारित था. अगर कांग्रेस और राकांपा इस मुद्दे पर दबाव बना रहे हैं, तो शिवसेना को चिंता नहीं करना चाहिए.
पढ़ें- महाराष्ट्र : कांग्रेस मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए कटिबद्ध - थोराट
मुगंतीवार ने कहा, 'अगर वह सरकार छोड़ भी देते हैं तो, हम इस विषय की हद में रहते हुए सरकार का साथ देंगे.'
गौरतलब है कि अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक ने पिछले सप्ताह विधान परिषद में कहा था कि सरकार कानून बनाकर मुस्लिमों को पांच फीसदी कोटा उपलब्ध कराएगी.