नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा के चुनावी अभियान के तहत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशानुसार सरकारी स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं और उनमें व्याप्त कमियों को उजागर कर रहे हैं.
बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को देखने की गृह मंत्री अमित शाह को चुनौती दी थी. इसके बाद शाह ने पार्टी के आठ सांसदों को स्कूलों के निरीक्षण के लिए भेज दिया. सांसदों ने स्कूलों का औचक जायजा लिया तो कई तरह की समस्याएं सामने आईं.
बहरहाल इन स्कूलों का दौरा करने के बाद दिल्ली प्रदेश कार्यालय में एक वीडियो भी दिखाया गया. इस वीडियो में विभिन्न स्कूलों की दयनीय स्थिति का चित्रण हुआ.
वहीं इस कार्यक्रम के तहत दिल्ली से राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने भी स्कूलों का दौरा किया. स्कूलों के हालात पर उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत की.
विजय गोयल ने एक सरकारी स्कूल की दयनीय स्थिति को लेकर कहा, 'आम आदमी पार्टी झूठ बोल रही है. मैं दावा करता हूं, सारा मीडिया इकट्ठा होकर मेरे साथ या बिना हमारे साथ सिर्फ एक ही स्कूल को देख आए, उन्हें पता लग जाएगा, दिल्ली के स्कूलों की हालत कैसी है.'
वहीं हाल ही में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक रैली के दौरान अमर्यादित शब्दों का उपयोग किया था. इस मसले पर गोयल ने जबाव दिया, 'बड़ा दुख होता है, जब ऐसे बयान देने पड़ते हैं. ऐसा इसलिए होता है, जब आप शाहीन बाग में धरना करते हैं, जब आप देश का बंटवारा करना चाहते हैं, जब कानून के ऊपर लोगों को गुमराह कर रहे है, हिंसा करवा रहे हैं, तब जाहिर तौर पर मन यह कहता है कि ये लोग देशहित में नहीं सोच रहे हैं.'
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बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. दिल्ली के चुनाव में भाजपा के 40 स्टार प्रचारकों के अलावा भाजपा ने देशभर से लगभग डेढ़ सौ सांसदों और विधायकों को बुलाकर अलग-अलग क्षेत्रों में उन्हें चुनाव प्रचार में उतारा है.
दरअसल पार्टी चाहती है कि पिछली बार की तरह कम सीटें नहीं मिले. भाजपा तो यह दावा कर रही है कि इस बार दिल्ली में वह सत्ता हासिल करेगी. हालांकि आने वाला दिन ही बताएगा कि ऊंट किस करवट बैठता है.
गौरतलब है कि पिछली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जबर्दस्त सफलता हासिल की थी और 70 में 67 सीटें ले उड़ी थी. भाजपा को सिर्फ तीन सीटें मिली थीं जबकि कांग्रेस का खाता ही नहीं खुल पाया था. इस बार भी मुख्य मुकाबला इन्हीं तीनों दलों में है.