मुंबई : भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे के बीच हुई मुलाकात के एक दिन बाद महाराष्ट्र में जारी अटकलों के दौर के बीच भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बुधवार को कहा कि 'भविष्य में कुछ भी हो सकता है.' हालांकि, एनसीपी ने कहा कि ऐसी मुलाकातों से कुछ नहीं होने वाला है, राज ठाकरे ने खुद ही मोदी के खिलाफ चुनाव प्रचार किया था.
सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस एवं राज ठाकरे के बीच मंगलवार को प्रभादेवी में मुलाकात हुई थी. उन्होंने बताया कि यह मुलाकात करीब दो घंटे तक चली.
प्रदेश में राजनीतिक परिदृश्य के आलोक में फडणवीस और राज ठाकरे के बीच हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने बिना विस्तृत जानकारी दिये कहा कि किसी को भी यह उम्मीद नहीं थी कि शिव सेना कांग्रेस राकांपा के साथ हाथ मिलाएगी.
उन्होंने कहा, 'दोनों नेताओं के बीच यह औपचारिक भेंट थी .... इसमें कुछ भी राजनीतिक नहीं है लेकिन भविष्य में कुछ भी हो सकता है.'
फडणवीस कैबिनेट में रह चुके भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, 'किसी ने भी इस बात का अंदाजा नहीं लगाया था कि शिवसेना कांग्रेस राकांपा के साथ जाएगी. लोग ऐसी बात करने वाले किसी भी व्यक्ति को पागल कहेंगे लेकिन ऐसा हुआ है.'
महाराष्ट्र में लंबे समय तक भाजपा की सहयोगी रही शिवसेना ने पिछले साल नवंबर में भगवा पार्टी से नाता तोड़कर कांग्रेस और राकांपा के साथ हाथ मिला लिया था और राज्य में महा विकास अघाड़ी सरकार का गठन किया था.
महाराष्ट्र नव निर्माण सेना का गठन राज ठाकरे ने 2006 में किया था और पिछले साल अक्टूबर में संपन्न हुए राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी बहुत खराब प्रदर्शन करते हुए केवल एक सीट जीत पाने में सफल हुई थी.
मनसे के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि राज ठाकरे द्वारा 23 जनवरी को एक रैली आयोजित करने की संभावना है जिसमें वह अहम निर्णय की घोषणा करेंगे.