नई दिल्ली : विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियों और नेताओं की रैलियां जरूर हो रही हैं, लेकिन राहुल गांधी के चुनावी मुद्दे पुराने ही हैं. राहुल महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों की रैलियों में भी वही मुद्दे उठा रहे हैं, जो वह लोकसभा चुनाव में सामने रख रहे थे. लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की यह नीति काम न आई, अब इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए राहुल गांधी को मनमाना करार दिया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह ने कहा कि राहुल गांधी अभी जिन विषयों को उठा रहे हैं, ठीक इन्ही मुद्दों को वे लोकसभा चुनाव के दौरान भी उठाते रहे हैं. इन्हीं मुद्दों को उठाकर वह बीजेपी और पीएम मोदी को घेरते थे, लेकिन जनता ने उनको रिजेक्ट कर दिया. राहुल अपनी गलतियों से सीखते नहीं है और यही कारण है कि आज उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस और उनकी दुर्गति हो रही है.
आरपी सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के कई नेता राहुल को कहते थे कि राफेल, जीएसटी, नोटबंदी का मुद्दा मत उठाइए. उनकी अपनी पार्टी के लोग उनसे सहमत नहीं थे. अब भी पार्टी सदस्य राहुल से सहमत नहीं हैं, लेकिन वह किसी की कोई बात नहीं सुनते. राहुल वही बोलते हैं, जो उन्हे अच्छा लगता है.
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस में वही होता है जो गांधी परिवार चाहता है, कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है. हरियाणा और महाराष्ट्र में बीजेपी की बड़ी जीत होगी, बीजेपी अपने काम के आधार पर वोट मांग रही है, हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी जनता राहुल गांधी के द्वारा उठाये गये किसी भी मुद्दे पर ध्यान नहीं देने वाली है.
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रणब झा ने कहा कि राहुल गांधी जिन मुद्दों को उठाते हैं, असलियत में वही जनता के मुद्दे हैं. जनता चाहती है कि राहुल गांधी, जिन समस्याओं को उठा रहे हैं, वे सब समस्याएं जल्द से जल्द दूर हों.
झा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के नेता काफी धन कमा चुके हैं, हवाई यात्रा करते हैं, अच्छे कपड़े पहनते हैं, इसलिए उनको लगता है कि देश में हर चीज अच्छी है, लेकिन देश में हालात बहुत खराब हैं. अब तो आर्थिक मंदी भी है, हरियाणा और महाराष्ट्र की जनता इस बार बीजेपी को सबक सिखा देगी.
पढ़ें : हरियाणा विधानसभा 2019: अंबानी, अडानी के लाउडस्पीकर हैं पीएम मोदी- राहुल गांधी
बता दें कि राहुल ने रविवार को महाराष्ट्र के असुआ (लातूर) में कांग्रेस उम्मीदवार बसावरन एम. पाटिल के समर्थन में रैली की थे. उसके बाद मुंबई के चांदीवली में पार्टी उम्मीदवार नसीम खान और धारावी में वर्षा गायकवाड़ के लिए भी रैलियां कीं. वहीं, सोमवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने हरियाणा के मेवात में जनसभा को संबोधित किया. सभी रैलियों में उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी सरकार को घेरने का प्रयास किया.
राहुल गांधी अपनी रैलियों में नोटबंदी, जीएसटी, राफेल का मुद्दा उठा रहे हैं. राहुल गांधी अभी भी यही कह रहे हैं कि पीएम मोदी कुछ उद्योगपतियों के लिए काम करते हैं, जबकि देश में महंगाई और बेरोजगारी है.
बकौल राहुल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और बीजेपी देश को तोड़ने का काम करती है, लोगों को एक दूसरे से लड़वाती है. बता दें लोकसभा चुनाव-2019 के दौरान भी राहुल गांधी इन्हीं मुद्दों को उठाते दिखे थे. हालांकि, जनता ने कांग्रेस को एक बार फिर नकार दिया और बीजेपी ने 300 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की.