मुंबई : भाजपा नेता किरीट सोमैया ने डीएचएफएल (दीवान हाउसिंग फाइनेंस) के प्रवर्तकों कपिल और धीरज वधावन के खिलाफ सीबीआई द्वारा सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की. यह दोनों व्यक्ति यस बैंक से जुड़े मामले में गैर जमानती वारंट का सामना कर रहे हैं और लॉकडाउन के दौरान यात्रा करने के कारण दोनों फिलहाल पृथक वास में हैं.
सोमैया ने कहा कि उन्होंने आज प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह से बात की और अनुरोध किया कि सीबीआई वधावन बंधुओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे.
हाल ही में वधावन बंधुओं एवं उनके परिवार तथा दोस्तों के पुणे जिला स्थित खंडाला से पड़ोसी सतारा जिले के महाबलेश्वर की यात्रा करने पर विवाद छिड़ गया है.
वधावन परिवार की यात्रा में कथित तौर पर मदद करने के लिए राज्य के गृह विभाग के प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया है.
सोमैया ने एक वीडियो संदेश में कहा कि 14 दिनों के पृथक वास की अवधि के बाद वधावन बंधु जेल जाएंगे. मैंने केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह से सुबह में बात की. मैंने उनसे अनुरोध किया कि सीबीआई सख्त कार्रवाई करे.
उन्होंने कहा कि हम इस बात का ध्यान रखेंगे कि वधावन बंधु सख्त कार्रवाई का सामना करें.
पूर्व सांसद ने यह भी जानना चाहा कि वधवान बंधुओं को छिपने में किसने मदद की, जबकि उनके खिलाफ (यस बैंक मामले में) 17 मार्च को एक गैर जमानती वारंट जारी किया गया था.
सीबीआई ने सतारा जिला प्रशासन को वधावन बंधुओं को रिहा नहीं करने को कहा है, जिन्हें गुरुवार को एक सरकारी पृथक वास से महाबलेश्वर में हिरासत में ले लिया गया.
सोमैया ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि राकांपा प्रमुख शरद पवार के वधावन बंधुओं से करीबी संबंध हैं, हालांकि पार्टी ने इस आरोप से इंकार किया है.