नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले रणनीति में बदलाव करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने बड़े पैमाने पर सार्वजनिक रैलियों के लिए अपने वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारने का फैसला किया है.
इसके बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और अन्य केंद्रीय मंत्री जैसे स्टार प्रचारक अब छोटी छोटी बैठकों के अलावा बड़े पैमाने पर सार्वजनिक रैलियों को संबोधित करेंगे.
पार्टी के शीर्ष नेता ने कहा, बड़ी रैलियां एक फरवरी से शुरू होंगी जबकि 'नुक्कड़' बैठकें चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तक होंगी.
सूत्रों ने बताया कि भाजपा ने अपने जन जन संपर्क कार्यक्रम की सफलता के बाद अपनी रणनीति बदल दी है .
सूत्रों ने कहा, 'रणनीति के तहत भाजपा ने अपने विभिन्न मण्डलों को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 10,000-15,000 लोगों की जनसभाएं आयोजित करने के लिए कहा है.'
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए दो रैलियों की योजनाएं हैं, वहीं जेडीयू प्रमुख के लिए दो और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ नड्डा और अमित शाह के लिए दो दो रैली की योजना बनाई गई है. इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ भी 12 रैलियों को संबोधित करेंगे.
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पार्टी सूत्रों को लगता है कि अमित शाह और नड्डा के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे अथक अभियान ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि पार्टी कैडर का मनोबल सर्वकालिक उच्च स्तर पर है.
बता दें कि दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं और 70 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए नतीजे 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे.