इम्फाल : मणिपुर में राजनीतिक अस्थिरता के हल के लिए भाजपा और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के बीच बातचीत जारी है. मेघालय के मुख्यमंत्री व एनपीपी अध्यक्ष कॉनराड संगमा और असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस को सरकार बनाने से रोकने के लिए दूसरी बार इम्फाल का दौरा किया.
दोनों नेताओं ने विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के साथ कई दौर की बैठकें कीं. हालांकि, बैठक में क्या परिणाम निकला, अभी तक इसकी जानकारी साझा नहीं की गई है.
बताया जा रहा है कि अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका है. बैठक के बाद हिमंत बिस्वा सरमा और कॉनराड संगमा के साथ एनपीपी के सभी विधायक एक चार्टर्ड विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
दिल्ली रवाना होने से पहले इम्फाल के बीर टिकेंद्रजीत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सरमा ने पत्रकारों से कहा कि विधायकों के कुछ मुद्दे हैं और यही कारण है कि वह अगले दौर की चर्चा को जारी रखने के लिए दिल्ली जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हमने एनपीपी और कुछ अन्य विधायकों व नेताओं के साथ बहुत ही सार्थक चर्चा की, जो शुरू से ही भाजपा का समर्थन कर रहे हैं. उम्मीद है कि हम जल्द ही सभी मुद्दों का समाधान कर लेंगे.
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हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'कुछ मतभेद सामने आते रहते हैं. इसलिए, हम इस बार पूर्णरूप से मुद्दों को सुलझाना चाहते हैं, ताकि आगे कोई टकराव न हो और हम मणिपुर के विकास पर ध्यान केंद्रित कर सकें.'
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मणिपुर में सत्तारूढ़ भाजपा के तीन विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
वहीं, एनपीपी के चार विधायक, एक टीएमसी और एक निर्दलीय विधायक ने राज्य की बीरेन सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.