नालंदा (कल्याण विगहा) : विकास के मुद्दे को लेकर जहां नीतीश कुमार चुनावी रण में उतर चुके हैं. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक गांव के लोग विकास कार्यों के बावजूद नाखुश है. जिले के हरनौत विधानसभा क्षेत्र का कल्याण विगहा को अन्य गांवों की अपेक्षा विकसित गांव के रूप में देखा जाता है. नीतीश कुमार का पैतृक गांव होने की वजह से कल्याण विगहा में विकास कार्य तेजी से हुए हैं. महज 15 सालों में कल्याण विगहा का शहरीकरण होता नजर आ रहा है. बावजूद इसके गांव के लोगों में सरकार के प्रति नाराजगी है.
विकास कार्यों के बावजूद लोगों में नाराजगी
कल्याण विगहा में विकास के कई काम हुए जिसकी वजह से इस गांव की गिनती राज्य के विकसित गांव में की जाती है. कल्याण विगहा में करीब 1800 वोटर है, लेकिन यहां की समस्या भी अन्य जगहों की तरह पलायन की है. बड़ी संख्या में ग्रामीण पलायन कर चुके है, जिसके कारण इस गांव में सन्नाटा पसरा रहता है. गांव के लोगों में भ्रष्टाचार को लेकर भी नाराजगी है.
कल्याण विगहा पिछड़े गांव से बना विकसित गांव
15 साल पहले कल्याण विगहा गांव भी अन्य गांव की तरह पिछड़ा गांव के रूप में देखा जाता था. कल्याण विगहा गांव मूलभूत सुविधाओं से अछूता था. यहां सड़क, बिजली और पानी की कोई खास व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था. नीतीश कुमार का यह पैतृक गांव होने की वजह से इस गांव का विकास तेजी से हुआ.
15 सालों में कल्याण विगहा का हुआ शहरीकरण
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सबसे पहले गांव को जोड़ने के लिए सड़क का निर्माण कराया. देखते ही देखते कल्याण विगहा पहुंचने के लिए तीन तरफ से बेहतरीन सड़क का निर्माण कराया गया. वर्तमान में हरनौत, चेरो और नगरनौसा से कल्याण विगहा पहुंचा जा सकता है. इसके अलावा एक और फोरलेन मार्ग का निर्माण कार्य बख्तियारपुर से शुरू किया जा रहा है. इसके अलावा गांव में आईटीआई कॉलेज, 30 बेड वाला अनुमंडलीय अस्पताल, पुलिस आउट पोस्ट का निर्माण, 10+2 हाई स्कूल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा खोली गई.
कल्याण विगहा में बिहार का एकमात्र शूटिंग रेंज
बिहार का एक मात्र शूटिंग रेंज कल्याण विगहा में स्थापित किया गया, जहां 13 से 18 साल के बच्चे नि:शुल्क शूटिंग सीखते है. यहां एक साथ 60 बच्चों का नामांकन होता है. साल 2011 में शूटिंग रेंज का निर्माण कराया गया. इसके लिए 2017 में नया भवन बनाया गया जिसका उद्घाटन भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किया गया. यहां शूटिंग कर कई बच्चों ने सरकारी नौकरी हासिल की.
नीतीश कुमार का पैतृक गांव से रहा लगाव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने गांव से हमेशा जुड़े रहे. इसी वजह से मुख्यमंत्री ने माता, पिता और पत्नी के निधन के बाद गांव में स्मृति वाटिका का निर्माण कराया और हर साल यहां पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं. फिलहाल कल्याण विगहा में नीतीश कुमार की खेती योग्य 22 बीघा जमीन है, जिसकी देखभाल उनके भाई सतीश कुमार करते हैं. गांव में मुख्यमंत्री का अपना मकान है.
पलायन-भ्रष्टाचार को लेकर लोगों में नाराजगी
कल्याण विगहा गांव में तेजी से हो रहे विकास कार्यों के बावजूद यहां के लोगों में सरकार के प्रति रोष है. पलायन और भ्रष्टाचार की मार झेल रहे इस गांव के लोगों में नाराजगी है. बिहार चुनाव-2020 को देखते हुए लोगों की ये बेरूखी सरकार के लिए अच्छे संकेत नहीं है.