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गांधी की हत्या की साजिश में शामिल थे सावरकर : CM भूपेश बघेल - गांधी जी की हत्या की साजिश

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्मा गांधी की हत्या को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को वीर सावरकर का शिष्य बताया है. देखें बघेल का पूरा बयान

भूपेश बघेल
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Published : Oct 3, 2019, 7:46 PM IST

Updated : Oct 3, 2019, 11:10 PM IST

रायपुर: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक बयान पर सदन में जमकर हंगामा हुआ. प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, 'इतिहास में ये साक्ष्य भी मौजूद हैं, जिसमें गोडसे को सावरकर का शिष्य बताया गया है.' मुख्यमंत्री ने कहा, 'सावरकर गांधी जी की हत्या की साजिश का हिस्सा थे, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है.'

मुख्यमंत्री ने सावरकर को लेकर एक टिप्पणी की, जिसके बाद विपक्षी विधायक भड़क गए और सदन में ही हंगामा करने लगे.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान

बीजेपी विधायकों ने मुख्यमंत्री के बयान को सदन की कार्यवाही से विलोपित करने की मांग और मुख्यमंत्री से इस बयान के लिए मांफी मांगने को कहा. जिसके बाद भूपेश बघेल ने शब्द वापस लेने से इंकार कर दिया. इसपर पूर्व मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष के साथ विपक्ष के सभी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर गए और सावरकर के समर्थन में नारे लगाते हुए गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए.

दरअसल, विशेष सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्मा गांधी पर चर्चा करते हुए कहा था कि आज का गंभीर राष्ट्रवाद और उत्तेजित राष्ट्रवाद में बदल गया है. उन्होंने कहा कि आज की राष्ट्रवाद की जड़ें जर्मनी और इटली से गढ़ी हुई है. मुख्यमंत्री ने हिटलर और मुसोलिनी का नाम लेते हुए कहा कि आज देश में उत्तेजक राष्ट्रवाद चल रहा है, जिसमें न उसके विचारधारा को न मानने वालों को खत्म कर दिया जाता है.

मुख्यमंत्री ने कहा सावरकर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इतिहास गवाह है कि सावरकर छिपकर मारने से कभी पीछे नहीं हटते थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बीजेपी विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा कि सावरकर आपके लिए वीर हैं, लेकिन उनके लिए गांधी वीर हैं. मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि इतिहास में ये साक्ष्य भी मौजूद हैं, जिसमें गोडसे को सावरकर का शिष्य बताया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सावरकर गांधी जी की हत्या की साजिश का हिस्सा थे, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है.

पढ़ें-मौजूदा गोडसे गांधी के हिंदुस्तान को कर रहे हैं खत्म: असदुद्दीन ओवैसी

विपक्ष ने किया हंगामा
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद सदन में हंगामा मच गया. सदन में पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भूपेश बघेल के शब्दों को कार्यवाही से हटाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री से माफी मांगने की बात कही. जिसपर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने शब्द वापस लेने से इंकार करते हुए कहा कि वे अपने बयान पर माफी नहीं मांगेंगे. इसके बाद नेता प्रतिपक्ष के साथ बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर लिया और विधानसभा के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने बैठ नारेबाजी करने लगे.

रायपुर: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक बयान पर सदन में जमकर हंगामा हुआ. प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, 'इतिहास में ये साक्ष्य भी मौजूद हैं, जिसमें गोडसे को सावरकर का शिष्य बताया गया है.' मुख्यमंत्री ने कहा, 'सावरकर गांधी जी की हत्या की साजिश का हिस्सा थे, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है.'

मुख्यमंत्री ने सावरकर को लेकर एक टिप्पणी की, जिसके बाद विपक्षी विधायक भड़क गए और सदन में ही हंगामा करने लगे.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान

बीजेपी विधायकों ने मुख्यमंत्री के बयान को सदन की कार्यवाही से विलोपित करने की मांग और मुख्यमंत्री से इस बयान के लिए मांफी मांगने को कहा. जिसके बाद भूपेश बघेल ने शब्द वापस लेने से इंकार कर दिया. इसपर पूर्व मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष के साथ विपक्ष के सभी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर गए और सावरकर के समर्थन में नारे लगाते हुए गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए.

दरअसल, विशेष सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्मा गांधी पर चर्चा करते हुए कहा था कि आज का गंभीर राष्ट्रवाद और उत्तेजित राष्ट्रवाद में बदल गया है. उन्होंने कहा कि आज की राष्ट्रवाद की जड़ें जर्मनी और इटली से गढ़ी हुई है. मुख्यमंत्री ने हिटलर और मुसोलिनी का नाम लेते हुए कहा कि आज देश में उत्तेजक राष्ट्रवाद चल रहा है, जिसमें न उसके विचारधारा को न मानने वालों को खत्म कर दिया जाता है.

मुख्यमंत्री ने कहा सावरकर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इतिहास गवाह है कि सावरकर छिपकर मारने से कभी पीछे नहीं हटते थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बीजेपी विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा कि सावरकर आपके लिए वीर हैं, लेकिन उनके लिए गांधी वीर हैं. मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि इतिहास में ये साक्ष्य भी मौजूद हैं, जिसमें गोडसे को सावरकर का शिष्य बताया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सावरकर गांधी जी की हत्या की साजिश का हिस्सा थे, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है.

पढ़ें-मौजूदा गोडसे गांधी के हिंदुस्तान को कर रहे हैं खत्म: असदुद्दीन ओवैसी

विपक्ष ने किया हंगामा
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद सदन में हंगामा मच गया. सदन में पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भूपेश बघेल के शब्दों को कार्यवाही से हटाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री से माफी मांगने की बात कही. जिसपर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने शब्द वापस लेने से इंकार करते हुए कहा कि वे अपने बयान पर माफी नहीं मांगेंगे. इसके बाद नेता प्रतिपक्ष के साथ बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर लिया और विधानसभा के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने बैठ नारेबाजी करने लगे.

Intro:सावरकर वर्सेस गोडसे
छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र महात्मा गांधी के 150वीं जयंती के उपलक्ष में 2 दिनों के लिए रखा गया था अंतिम दिन विशेष सत्र में सदन की शुरुआत से ही सदन में काफी गहमागहमी रहे सदन के शुरू होते ही प्रमुख विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने सत्ताधारी दल द्वारा गोडसे पर दिए गए बयान को लेकर आसंदी से नाराजगी दिखाई तो ही कुछ देर बाद शराब बंदी को लेकर भी सदन में गर्माहट रही इसके बाद सभी सदस्यों के बोलने के बाद अंत में जब मुख्यमंत्री ने सदन को संबोधित किया तो उस समय मुख्यमंत्री ने वीर सावरकर पर ही सवाल दाग दिया जिसके बाद सदन में गहमागहमी बढ़ गई और भाजपा के सदस्यों ने इस पर आसंदी से आपत्ति जताई और मुख्यमंत्री से माफी मांगने की बात कही। इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री ने सदन में साफ तौर पर कहा कि मैंने जो कहा वह सही है मैं माफी नहीं मांगूंगा। इसके बाद सदन में ही नारेबाजी शुरू हो गई और विपक्ष ने सदन से वाक आउट कर दिया। विपक्ष ने अपने नाराजगी नारेबाजी कर जताई साथ ही विधानसभा परिसर में गांधी मूर्ति के पास जाकर सत्ता पक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और महात्मा गांधी जिंदाबाद के नारे लगाए इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा की विशेष सत्र का प्रमुख आयोजन रास्ते से भटक गया है गांधी जी की जयंती पर आहूत की गई विशेष सत्र का औचित्य ही नहीं रहा सत्ता में आने के बाद कांग्रेस रास्ते से भटक गई है वहीं नेता प्रतिपक्ष ने भी सावरकर पर दिए गए मुख्यमंत्री के बयान को घोर आपत्तिजनक बताया साथ ही उन्होंने कहा कि यह लड़ाई यहां शांत नहीं होगी अब सड़क तक लड़ाई लड़ी जाएगी

वाइट रमन सिंह पूर्व मुख्यमंत्री छग
वाइट धरमलाल कौशिक नेता प्रतिपक्ष,विसBody:वहीं भाजपा के नारेबाजी के बाद सत्ता पक्ष के सदस्य भी शांत नहीं रहे वह भी सदन से बाहर निकल कर जमकर गोडसे के खिलाफ नारेबाजी की। विधानसभा परिसर में यह पहली बार होगा जब विधायकों द्वारा परिसर के भीतर ही जिंदाबाद और मुर्दाबाद के नारे लगाए गए नारेबाजी का घटनाक्रम दोनों ही पक्षों से लगभग आधे घंटे तक चली। मीडिया से मुखातिब होकर मुख्यमंत्री ने विपक्ष के बयान को दरकिनार कर कहा कि यह सत्य है कि गोडसे को उकसाने वाले सावरकर ही थे जिसके बाद गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी इस तथ्य को भाजपा भी जानते हैं लेकिन अपनी गलती छुपाने के लिए इस तरह के कृत्य कर रहे हैंConclusion:बाइट भूपेश बघेल मुख्यमंत्री छग
बरहाल सावरकर वर्सेस गोडसे की बयान बाजी ने महात्मा गांधी की जयंती पर बुलाए गए विशेष सत्र को नारेबाजी की भेंट चढ़ा दिया अब देखना यह होगा कि भाजपा के कहे अनुसार यह मुद्दा सड़क तक कब पहुंचता है.
Last Updated : Oct 3, 2019, 11:10 PM IST
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