हिसार: पीने के पानी और नहर के पानी की समस्या से हिसार जिले की एक बड़ी आबादी परेशान है. परेशानियों से तंग आकर हिसार के बुड़ाक गांव के लोग राजस्थान में शामिल होना चाहते हैं. अपनी मांगों को बुड़ाक गांव के ग्रामीण 14 दिनों से धरने पर बैठे हैं.
प्रदर्शन के 14वें दिन धरने की अध्यक्षता बलबीर पायल और महेंद्र शर्मा ने संयुक्त रूप से की. धरने पर राजस्थान के भादरा से विधायक बलवान पुनिया, हरियाणा रोडवेज यूनियन के प्रधान दलबीर किरमारा, बलराज बिजला, रिटायर्ड पंचायत अधिकारी दिलबाग हुड्डा एफसीआई के पूर्व सदस्य भुपेंद्र कासनिया पहुंचे.
धरने को संबोधित करते हुए भादरा के विधायक कामरेड बलवान पुनिया ने कहा कि हमेशा उनका आपस में दुख सुख का नाता रहा है. इसलिए वह अपने लोगों के बीच पहुंचे हैं. ग्रामीणों ने उन्हें बुड़ाक को राजस्थान में शामिल करने को लेकर मांग पत्र सौंपा, तो उन्होंने कहा यह बड़े दुख की बात है कि जिस हरियाणा को हरियाली के लिए जाना जाता है और राजस्थान के गांव हरियाणा में आना चाहते थे. आज उसी हरियाणा का गांव बुड़ाक राजस्थान में शामिल होना चाहता है.
उन्होंने गांव वालों को संबोधित करते हुए कहा कि आपका मांगपत्र राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को देकर आपको राजस्थान की भादरा तहसील मे शामिल करने की पुरजोर कोशिश करूंगा.
वहीं रोडवेज प्रधान दलबीर किरमारा ने कहा हरियाणा सरकार के लिए शर्म की बात है. अपने आप को किसानों का हितैषी बताने वाली हरियाणा सरकार 'हरियाणा एक, हरियाणवी एक' का नारा देकर जन आशीर्वाद लेते घूम रही है और उस राज्य का गांव राजस्थान में जाने की मांग कर रहा है.
गौरतलब है कि बुड़ाक गांव के लोग पिछले 14 दिनों से पीने के पानी और नहरी पानी की समस्या को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे पहले भी कई बार इसी समस्या को लेकर बुड़ाक निवासी धरना प्रदर्शन कर चुके हैं और इस बार उन्होंने अपने गांव को राजस्थान में विलय करने की मांग की है.
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हालांकि कानूनी जानकारों के अनुसार यह संभव नहीं है की किसी पंचायत या ग्रामीणों की तरफ से इस तरह की मांग किए जाने पर उनकी मांग को स्वीकार करते हुए उन्हें दूसरे राज्य में विलय कर दिया जाए.