बेंगलुरु : कर्टनाक की राजधानी बेंगलुरु के केजे हल्ली और डीजे हल्ली में हुए दंगा मामले में पुलिस आरोपियों और संदिग्धों की गिरफ्तारियां कर रही है. गुरुवार रात भी पुलिस ने इस मामले में 30 संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गुरुवार देर रात हिंसा में शामिल संदिग्ध आरोपियों के घर पर दबिश दी और उन्हें धरदबोचा.
कहा जा रहा है कि गिरफ्तार लोगों में से कुछ कांग्रेस विधायक के घर में आग लगाने वाले भी हो सकते हैं. वहीं, आरोपियों के माता-पिता रोते हुए कहा कि वे सभी निर्दोष हैं. उन्होंने अपने बच्चों को छोड़ने का अनुरोध किया. हालांकि, पुलिस सभी आरोपियों को लेकर चली गई.
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जानें, क्या था मामला
बेंगलुरु हिंसा के होने का सबसे बड़ा कारण एक सोशल मीडिया पोस्ट था. सोशल मीडिया पर एक राजनेता के रिश्तेदार द्वारा पोस्ट किए गए 'आपत्तिजनक मैसेज' को लेकर 11 अगस्त, 2020 को पूर्वी बेंगलुरु में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ था. उसी दिन रात में कांग्रेस विधायक अकांदा श्रीनिवास मूर्ति के घर बाहर हिंसक भीड़ ने पोस्ट के खिलाफ नारेबाजी की और साथ ही साथ आगजनी भी की.
लोगों ने डीजे हल्ली, केजी हल्ली और पुलकेशीनगर में भी विरोध प्रदर्शन किया. इस हिंसा में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल भी हो गए. हिंसक भीड़ ने केजी हल्ली पुलिस स्टेशन में घुसकर वाहनों में तोड़फोड़ की थी और पुलिसकर्मियों पर हमला करने की भी कोशिश की थी.
इस हिंसा मामले में अब तक 150 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी की गई है.