ETV Bharat / bharat

प. बंगाल में बेरोजगारी की दर देश की तुलना में कम : सीएमआईई

मुंबई की शोध संस्थान सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) के अनुसार पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की दर देश की तुलना में कम है. बेरोजगारी में जो भी वृद्धि हुई है वह लॉकडाउन के दौरान हुई. जानें विस्तार से..

unemployment rate in india cmie
प्रतीकात्मक चित्र
author img

By

Published : Jun 5, 2020, 9:31 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की दर देश की तुलना में कम है. मुंबई के शोध संस्थान सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) ने यह जानकारी दी है. इसमें जो भी वृद्धि हुई है वह काफी कुछ लॉकडाउन के दौरान हुई.

सीएमआईई ने कहा कि मई में पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की दर 17.4 प्रतिशत (रिपीट 17.4 प्रतिशत) थी, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 23.5 प्रतिशत थी. सीएमआईई ने कहा कि अप्रैल में भी यही आंकड़ा था.

मार्च में पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की दर 6.9 प्रतिशत थी, जबकि अखिल भारतीय स्तर पर यह 8.8 प्रतिशत थी. देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च को लागू हुआ था.

यह पूछे जाने पर कि पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की दर देश की तुलना में कम क्यों है, जबकि वहां बड़े उद्योग भी नहीं हैं, अर्थशास्त्री अभिरूप सरकार ने कहा कि राज्य में छोटी इकाइयों का उत्पादन पर दबदबा है और यह इकाइयां वैश्विक मांग और आपूर्ति पर निर्भर नहीं हैं.

जहां भारत और दुनिया के देश पिछले डेढ़ साल से मंदी की स्थिति का सामना कर रहे हैं, सबसे अधिक वह क्षेत्र प्रभावित हुए हैं जो वैश्विक बाजारों पर निर्भर हैं.

पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने भी ट्वीट किया कि कोविड-19 और चक्रवात अम्फान के दोहरे संकट के बावजूद राज्य में बेरोजगारी की दर देश की तुलना में कम है.

पढ़ें-चार अक्टूबर को होगा यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की दर देश की तुलना में कम है. मुंबई के शोध संस्थान सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) ने यह जानकारी दी है. इसमें जो भी वृद्धि हुई है वह काफी कुछ लॉकडाउन के दौरान हुई.

सीएमआईई ने कहा कि मई में पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की दर 17.4 प्रतिशत (रिपीट 17.4 प्रतिशत) थी, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 23.5 प्रतिशत थी. सीएमआईई ने कहा कि अप्रैल में भी यही आंकड़ा था.

मार्च में पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की दर 6.9 प्रतिशत थी, जबकि अखिल भारतीय स्तर पर यह 8.8 प्रतिशत थी. देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च को लागू हुआ था.

यह पूछे जाने पर कि पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की दर देश की तुलना में कम क्यों है, जबकि वहां बड़े उद्योग भी नहीं हैं, अर्थशास्त्री अभिरूप सरकार ने कहा कि राज्य में छोटी इकाइयों का उत्पादन पर दबदबा है और यह इकाइयां वैश्विक मांग और आपूर्ति पर निर्भर नहीं हैं.

जहां भारत और दुनिया के देश पिछले डेढ़ साल से मंदी की स्थिति का सामना कर रहे हैं, सबसे अधिक वह क्षेत्र प्रभावित हुए हैं जो वैश्विक बाजारों पर निर्भर हैं.

पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने भी ट्वीट किया कि कोविड-19 और चक्रवात अम्फान के दोहरे संकट के बावजूद राज्य में बेरोजगारी की दर देश की तुलना में कम है.

पढ़ें-चार अक्टूबर को होगा यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.