ETV Bharat / bharat

बालाकोट हवाई हमलों से बदली रणनीतिक गतिशीलताः हर्ष पंत - बालाकोट से आए बडे़े बदलावः प्रो. पंत

प्रोफेसर हर्ष वी पंत ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने पर हुई भारत की कूटनीतिक जीत पर बात की. उन्होंने भारत चीन संबंधों को लेकर क्या कुछ कहा, जानें..

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रो हर्ष वी पंत
author img

By

Published : May 5, 2019, 9:13 PM IST

नई दिल्लीः ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक प्रो हर्श वी पंत ने जैश प्रमुख मसूद अजहर को भारत की कूटनीति के लिए टर्निंग प्वाइंट बताया. साथ ही दावा किया कि मसूद अजहर को यूएन में ग्लोबल आतंकी घोषित करने के मामले में वीटो पावर का प्रयोग कर रहे चीन पर भारत वैश्विक दबाव बनाने में सक्षम हुआ है.

बालाकोट हमलों को एक निर्णायक क्षण के रूप में पेश करते हुए प्हर्ष पंत ने दावा किया कि अब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को पता चल गया है कि भारत अब अपने धैर्य की सीमा को खो चुका है. वे जानते हैं कि भारत अब एकतरफा कार्यवाही करने के लिए नहीं हिचकेगा.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रो हर्ष वी पंत

ओआरएफ के डायरेक्टर ने यह भी कहा कि चीन पर दबाव बना कर भारत ने अपनी धौंस जताई है.

पढ़ेंः PM मोदी- बालाकोट मैंने नहीं, देश के जवानों ने किया

उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन, अमेरिका, रूस और फ्रांस जैसी वैश्विक शक्तियों को एहसास है कि उन्हें इस क्षेत्र में शांति के लिए भारत के साथ एकजुटता दिखाने की आवश्यकता है.

साथ ही पंत ने चीन और भारत के संबंधों पर बात करते हुए दावा किया कि दोनों देशों के बीच बुनियादी अंतर इतना बड़ा है कि भारत के सिर्फ एक कदम से इसे व्यवस्थित करना मुश्किल है.

नई दिल्लीः ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक प्रो हर्श वी पंत ने जैश प्रमुख मसूद अजहर को भारत की कूटनीति के लिए टर्निंग प्वाइंट बताया. साथ ही दावा किया कि मसूद अजहर को यूएन में ग्लोबल आतंकी घोषित करने के मामले में वीटो पावर का प्रयोग कर रहे चीन पर भारत वैश्विक दबाव बनाने में सक्षम हुआ है.

बालाकोट हमलों को एक निर्णायक क्षण के रूप में पेश करते हुए प्हर्ष पंत ने दावा किया कि अब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को पता चल गया है कि भारत अब अपने धैर्य की सीमा को खो चुका है. वे जानते हैं कि भारत अब एकतरफा कार्यवाही करने के लिए नहीं हिचकेगा.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रो हर्ष वी पंत

ओआरएफ के डायरेक्टर ने यह भी कहा कि चीन पर दबाव बना कर भारत ने अपनी धौंस जताई है.

पढ़ेंः PM मोदी- बालाकोट मैंने नहीं, देश के जवानों ने किया

उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन, अमेरिका, रूस और फ्रांस जैसी वैश्विक शक्तियों को एहसास है कि उन्हें इस क्षेत्र में शांति के लिए भारत के साथ एकजुटता दिखाने की आवश्यकता है.

साथ ही पंत ने चीन और भारत के संबंधों पर बात करते हुए दावा किया कि दोनों देशों के बीच बुनियादी अंतर इतना बड़ा है कि भारत के सिर्फ एक कदम से इसे व्यवस्थित करना मुश्किल है.

Intro:Calling blacklisting of Jaish-e-Mohammad chief Maulana Masood Azhar as a path breaking moment for the Indian diplomacy, Director Research of the Observer Research Foundation Prof. Harsh V Pant claimed that the U.N sanctions on Masood Azhar became a reality as India was successfully able to mount global pressure on China.


Body:Crediting Balakot air strikes as a pivotal moment, Prof. Harsh Pant claimed, 'in the past, everyone would come running to India urging it to de-escalate during a crisis. Now, the international community realises that India's patience has run out. India won't hesitate taking a unilateral action.'

The ORF Director Research also pointed out that by building a pressure on China, India has called out its bluff. He further asserted saying that global powers like U.K, U.S, Russia and France realise that they need to show solidarity with India for peace in the region.





Conclusion:On relations with China, Prof. Pant claimed that fundamental differences between both countries are so big that its difficult to smoothen with one move.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.