नई दिल्लीः ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक प्रो हर्श वी पंत ने जैश प्रमुख मसूद अजहर को भारत की कूटनीति के लिए टर्निंग प्वाइंट बताया. साथ ही दावा किया कि मसूद अजहर को यूएन में ग्लोबल आतंकी घोषित करने के मामले में वीटो पावर का प्रयोग कर रहे चीन पर भारत वैश्विक दबाव बनाने में सक्षम हुआ है.
बालाकोट हमलों को एक निर्णायक क्षण के रूप में पेश करते हुए प्हर्ष पंत ने दावा किया कि अब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को पता चल गया है कि भारत अब अपने धैर्य की सीमा को खो चुका है. वे जानते हैं कि भारत अब एकतरफा कार्यवाही करने के लिए नहीं हिचकेगा.
ओआरएफ के डायरेक्टर ने यह भी कहा कि चीन पर दबाव बना कर भारत ने अपनी धौंस जताई है.
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उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन, अमेरिका, रूस और फ्रांस जैसी वैश्विक शक्तियों को एहसास है कि उन्हें इस क्षेत्र में शांति के लिए भारत के साथ एकजुटता दिखाने की आवश्यकता है.
साथ ही पंत ने चीन और भारत के संबंधों पर बात करते हुए दावा किया कि दोनों देशों के बीच बुनियादी अंतर इतना बड़ा है कि भारत के सिर्फ एक कदम से इसे व्यवस्थित करना मुश्किल है.