वडोदरा : भारतीय जनता पार्टी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जागरूकता अभियान शुरू किया है. पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को यहां स्वामी नारायण मंदिर में इस अभियान की शुरुआत की और कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में यह अभियान अगले 20 दिनों तक जारी रहेगा.
नागरिकता कानून को लेकर क्यों मचा है इतना बवाल?
दरअसल नागरिकता अधिनियम 1955 में बदलाव करने के लिए केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन बिल लेकर आई थी, जिसमें बदलाव होने के साथ ही ये कानून बन चुका है.
नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद पाकिस्तान, अफगानिस्तान से आए हुए हिन्दू, बौद्ध, जैन, सिख, इसाई और पारसी शरणार्थीयों को भारत की नागरिकता मिलने में आसानी होगी. कांग्रेस समेत कई पार्टियों का मानना है कि ये कानून संविधान का उल्लंघन कर रहा है और इसे भारत के मूल विचारों के खिलाफ बता रहे हैं.
हिंसक प्रदर्शन के लिए कांग्रेस, आप जिम्मेदार : भाजपा
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ शहर में हुए हिंसक प्रदर्शनों के लिए 'जिम्मेदार' ठहराया. जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि आप और कांग्रेस ने लोगों को 'गुमराह' किया और शहर में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उन्हें हिंसा के लिए 'भड़काया.' उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों को शहर के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.
जावड़ेकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था 'आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के लिए जिम्मेदार हैं. दोनों पार्टियों ने देश में हिंसा की निंदा नहीं की और उनके लोगों ने उसे भड़काया.' जावड़ेकर ने दावा किया कि हिंसक प्रदर्शनों के बाद अब देश में शांति है क्योंकि लोग सीएए के पीछे अफवाहों की सच्चाई जान गए हैं.