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बाबुल सुप्रियो के साथ बदसलूकी को BJP ने 'हत्या का प्रयास' बताया

भाजपा नेता सयंतन बसु और राजू बनर्जी की अगुवाई में बाबुल सुप्रियो के साथ यादवपुर विश्वविद्यालय में हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इसके अलावा एबीवीपी छात्रों ने भी घटना को लेकर अपना विरोध जताया.

एबीवीपी का प्रदर्शन
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Published : Sep 20, 2019, 5:49 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 8:44 AM IST

कोलकाता: भाजपा ने शुक्रवार को कोलकाता में एक रैली कर केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के साथ यादवपुर विश्वविद्यालय में हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस मामले में बीजेपी प्रदेश अद्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि टीएमसी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी थी और बाबुल सुप्रियो की हत्या का इंतजार कर रही थी. उन्होंने कहा कि जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर देशविरोधियों का केंद्र बन गया है.

विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ता पोस्टर और तख्तियां लिए हुए थे, जिनमें हमले की निंदा की गई. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए. इसके अलावा इस घटना को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने भी विरोध प्रदर्शन किया.

मीडिया से बात करते दिलीप घोष

बाबुल सुप्रियो के साथ हुई बदसलूकी मामले में बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल ने जादवपुर पुलिस स्टेशन में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.

इससे पहले वरिष्ठ भाजपा नेता सयंतन बसु और राजू बनर्जी ने प्रदेश भाजपा कार्यालय से मध्य कोलकाता तक विरोध मार्च की अगुवाई की. वहीं, दूसरी ओर छात्रसंघ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने भी घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.

सयंतन बसु ने कहा, 'यादवपुर विश्वविद्यालय के भाड़े के ट्टुओं को जमकर पीटना चाहिए. कल हुई घटना को माकपा और तृणमूल कांग्रेस ने मिलकर अंजाम दिया.'

गौरतलब है कि बाबुल सुप्रियो को यादवपुर विश्वविद्यालय में गुरुवार को काले झंड़े दिखाए गए और छात्रों के एक दल ने उन्हें घेरकर तंग किया. इसके चलते पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप घनखड़ को भारी पुलिस बल के साथ वहां पहुंचना पड़ा.

पढ़ें- जादवपुर यूनिवर्सिटी जाने का फैसला संवैधानिक दायरे में : राज्यपाल

राज्यपाल धनखड़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं और उन्हें भी आंदोलनकारियों के प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. बाद में गुरुवार रात करीब 9:40 बजे पुलिस की मदद से राज्यपाल और सुप्रियो हालांकि वहां से निकलने में कामयाब रहे.

विश्वविद्यालय सूत्रों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर वामपंथी दलों से जुड़े हैं और कुछ तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद से भी जुड़े हैं.

कोलकाता: भाजपा ने शुक्रवार को कोलकाता में एक रैली कर केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के साथ यादवपुर विश्वविद्यालय में हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस मामले में बीजेपी प्रदेश अद्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि टीएमसी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी थी और बाबुल सुप्रियो की हत्या का इंतजार कर रही थी. उन्होंने कहा कि जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर देशविरोधियों का केंद्र बन गया है.

विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ता पोस्टर और तख्तियां लिए हुए थे, जिनमें हमले की निंदा की गई. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए. इसके अलावा इस घटना को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने भी विरोध प्रदर्शन किया.

मीडिया से बात करते दिलीप घोष

बाबुल सुप्रियो के साथ हुई बदसलूकी मामले में बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल ने जादवपुर पुलिस स्टेशन में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.

इससे पहले वरिष्ठ भाजपा नेता सयंतन बसु और राजू बनर्जी ने प्रदेश भाजपा कार्यालय से मध्य कोलकाता तक विरोध मार्च की अगुवाई की. वहीं, दूसरी ओर छात्रसंघ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने भी घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.

सयंतन बसु ने कहा, 'यादवपुर विश्वविद्यालय के भाड़े के ट्टुओं को जमकर पीटना चाहिए. कल हुई घटना को माकपा और तृणमूल कांग्रेस ने मिलकर अंजाम दिया.'

गौरतलब है कि बाबुल सुप्रियो को यादवपुर विश्वविद्यालय में गुरुवार को काले झंड़े दिखाए गए और छात्रों के एक दल ने उन्हें घेरकर तंग किया. इसके चलते पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप घनखड़ को भारी पुलिस बल के साथ वहां पहुंचना पड़ा.

पढ़ें- जादवपुर यूनिवर्सिटी जाने का फैसला संवैधानिक दायरे में : राज्यपाल

राज्यपाल धनखड़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं और उन्हें भी आंदोलनकारियों के प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. बाद में गुरुवार रात करीब 9:40 बजे पुलिस की मदद से राज्यपाल और सुप्रियो हालांकि वहां से निकलने में कामयाब रहे.

विश्वविद्यालय सूत्रों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर वामपंथी दलों से जुड़े हैं और कुछ तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद से भी जुड़े हैं.

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Last Updated : Oct 1, 2019, 8:44 AM IST
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