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केरल : सरकार का दिशानिर्देश, सर्दी-बुखार से पीड़ित लोग घर पर मनाएं पोंगल

कोरोना वायरस लगभग पूरी दुनिया को भयभीत कर रहा है. इस वायरस की पहुंच भारत के कई हिस्सों में हो चुकी है. इसकी वजह से पर्व त्यौहार भी प्रभावित होने लगे हैं. इसी कड़ी में केरल में महिलाओं के सबसे बड़े धार्मिक समागम 'अट्टुकल पोंगल' पर भी अब प्रशासन ने दिशा निर्देश जारी किया है.

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प्रतीकात्मक चित्र
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Published : Mar 8, 2020, 8:21 PM IST

तिरुवनंतपुरम : केरल सरकार ने सोमवार को आयोजित होने वाले महिलाओं के सबसे बड़े धार्मिक समागम 'अट्टुकल पोंगल' को जारी रखने का निर्णय किया है, लेकिन राज्य में कोरोना वायरस के पांच नए मामले सामने आने के बाद नए दिशानिर्देश जारी किए हैं.

स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने रविवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रसिद्ध त्योहार के लिए महीनों से तैयारियां चल रही हैं, इसलिए निर्णय किया गया है कि इसे जारी रखा जाए.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने कड़े निर्देश जारी किए हैं कि जिन लोगों में सर्दी, बुखार या वायरस का कोई लक्षण दिख रहा है, उन्हें केवल अपने घर के बाहर ही 'पोंगल' करना चाहिए और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचना चाहिए.

मंत्री ने तैयारियों का जायजा लेने के लिए अट्टुकल मंदिर का दौरा भी किया.

तिरुवनंतपुरम के जिला कलेक्टर के. गोपालकृष्णन ने कहा कि कई विदेशियों ने पोंगल में हिस्सा लिया और उनके होटल में ही पूजा करने की व्यवस्था की गई है.

कलेक्टर ने कहा कि पोंगल त्योहार की अनदेखी नहीं की जा सकती. जो लोग विषाणु प्रभावित देशों से आए हैं, उन्हें अपने घरों में पोंगल मनाना चाहिए न कि मंदिरों में पूजा करनी चाहिए.

यह भी पढ़ें-कोरोना वायरस : केरल और तमिलनाडु में सामने आए नए मामले, देश में 40 हुई संख्या

पोंगल के दौरान विभिन्न स्थानों पर 23 टीमों और 12 एंबुलेंस को तैयार रखा जाएगा.

विभिन्न स्थानों पर पोंगल के दौरान रेजिडेंट संगठन के सदस्य भी तैनात रहेंगे.

उन्होंने कहा कि इससे बुखार और सर्दी वाले लोगों और प्रभावित देशों से आने वाले लोगों का पता लगाने में सहयोग मिलेगा.

तिरुवनंतपुरम : केरल सरकार ने सोमवार को आयोजित होने वाले महिलाओं के सबसे बड़े धार्मिक समागम 'अट्टुकल पोंगल' को जारी रखने का निर्णय किया है, लेकिन राज्य में कोरोना वायरस के पांच नए मामले सामने आने के बाद नए दिशानिर्देश जारी किए हैं.

स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने रविवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रसिद्ध त्योहार के लिए महीनों से तैयारियां चल रही हैं, इसलिए निर्णय किया गया है कि इसे जारी रखा जाए.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने कड़े निर्देश जारी किए हैं कि जिन लोगों में सर्दी, बुखार या वायरस का कोई लक्षण दिख रहा है, उन्हें केवल अपने घर के बाहर ही 'पोंगल' करना चाहिए और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचना चाहिए.

मंत्री ने तैयारियों का जायजा लेने के लिए अट्टुकल मंदिर का दौरा भी किया.

तिरुवनंतपुरम के जिला कलेक्टर के. गोपालकृष्णन ने कहा कि कई विदेशियों ने पोंगल में हिस्सा लिया और उनके होटल में ही पूजा करने की व्यवस्था की गई है.

कलेक्टर ने कहा कि पोंगल त्योहार की अनदेखी नहीं की जा सकती. जो लोग विषाणु प्रभावित देशों से आए हैं, उन्हें अपने घरों में पोंगल मनाना चाहिए न कि मंदिरों में पूजा करनी चाहिए.

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पोंगल के दौरान विभिन्न स्थानों पर 23 टीमों और 12 एंबुलेंस को तैयार रखा जाएगा.

विभिन्न स्थानों पर पोंगल के दौरान रेजिडेंट संगठन के सदस्य भी तैनात रहेंगे.

उन्होंने कहा कि इससे बुखार और सर्दी वाले लोगों और प्रभावित देशों से आने वाले लोगों का पता लगाने में सहयोग मिलेगा.

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