चंडीगढ़ : हरियाणा के अंबाला जिले में अवैध व ओवरलोडिंग करने वाले वाहनों पर शिंकजा कसने में जुटी आईएएस अधिकारी प्रीति पर गुरुवार की रात जानलेवा हमला किया गया. जिसमें आईएएस अधिकारी बाल-बाल बच गईं, लेकिन उनके ड्राइवर व अन्य कर्मचारी घायल हो गए.
मामले में हरियाणा पुलिस ने आरटीओ विभाग के अधिकारियों की शिकायत के आधार पर हत्या का प्रयास, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
दरअसल, आईएएस अधिकारी प्रीति ने कुछ दिनों पहले अवैध वाहनों के ट्रांसपोर्ट गिरोह (टाइगर जिंदा है) का पर्दाफाश किया था और इसी सिलसिले में वह अंबाला-कालाअंब नेशनल हाइवे पर चेकिंग के लिए पहुंची थीं. तभी पंजोखरा के पास कुछ ट्रांसपोटर्स व ट्रक चालकों ने मिलकर उनकी टीम पर हमला कर दिया और आरटीओ विभाग की सरकारी गाड़ी को क्षति पहुंचाई. इतना ही नहीं हमलावरों ने गाड़ी को सड़क के नीचे गिरा भी दिया.
मामले की जानकारी देते हुए एडीसी प्रीति ने बताया कि आरटीए विभाग दोपहर से ही चेकिंग पर था. कई गाड़ियां इस दौरान इम्पाउंड की गई थी. कार्रवाई के दौरान विभाग ने ओवरलोड वाहन देखे तो उनका पीछा करके उन्हें रोकने की कोशिश की गई. इस दौरान ओवरलोड वाहन पंजाब की सीमा में दाखिल हो गए.
पंजाब बॉर्डर के करीब 100 मीटर पहले जब विभाग की टीम वापस हरियाणा की तरफ मुड़ी तो ट्रांसपोटर्स ने अपने निजी वाहनों में आकर उनकी सरकारी गाड़ियों को घेर लिया. इस दौरान हमलावरों ने लाठी-डंडों और पथराव करके आरटीए विभाग के सरकारी वाहन को बुरी तरह क्षति पहुंचाई.
एडीसी के अनुसार, हमलावरों के पास वहां पर पेट्रोल के केन भी मौजूद थे. इस हमले में एडीसी के एक ड्राइवर व गनमैन को भी चोट पहुंची है. एडीसी की मानें तो इस हमले में 50 से 60 लोग शामिल थे, जिसमें कुछ की शिनाख्त भी हो गई है.
एडीसी एवं आरटीए प्रीति ने कहा कि हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
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उन्होंने बताया कि मौके पर मौजूद हमलावरों ने उन्हें चेतावनी देते हुए कहा कि आरटीए अंबाला का कोई अधिकारी दोबारा किसी वाहन का चालान करेगा तो उसे जान से मार दिया जाएगा. एडीसी प्रीति ने बताया कि यह सोची-समझी साजिश के तहत हमला किया गया है क्योंकि सुबह से टीम चालान कर रही थी और आरोपी सुबह से टीम पर पूरी निगाहें रखे हुए थे.
वहीं, मामले को गंभीरता से लेते हुए अंबाला पुलिस ने भी विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. शिकायत के आधार पर कई ट्रांसपोटर्स सहित करीब 50 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच जारी है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है.