नई दिल्ली : सेना के लोगों से कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने का आग्रह करते हुए, भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने सीमा पर तैनात सभी सैन्यकर्मियों और अधिकारियों को आज आश्वासन दिया कि फोर्स उनके परिवार के सदस्यों का विशेष ध्यान रख रहा है और वे 'ऑपरेशन नमस्ते' में जीत हासिल करेंगे.
सेना प्रमुख ने सैन्यकर्मियों और अधिकारियों के परिवार वालों को भी आश्वासन दिया कि वह निश्चिंत रहें, आपके सैनिक यहां सुरक्षित हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी को कोई तकलीफ होती है तो आप नजदीकी सैन्य शिविर में जाएं.
उन्होंने जवानों को पहले कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए कहा ताकि वे महामारी के खिलाफ लड़ाई में सरकार की मदद कर सकें.
आपकों बता दें कि सेना में सैन्यकर्मियों और अधिकारियों की संख्या 13 लाख है.
अपनी सेना को संबोधित करते हुए नरवणे ने कहा, 'जैसा कि आप सभी जानते हैं, न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया कोरोनो वायरस की गंभीर समस्या से जूझ रही है.'
जनरल नरवणे ने कहा, 'मैं सीमा पर तैनात सभी सैनिकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम उनके परिवार के सदस्यों का विशेष ध्यान रखेंगे. हम इस ऑपरेशन में भी जीत हासिल करेंगे.'
सेना प्रमुख ने कहा कि इस समस्या से लड़ने के लिए सरकार ने कई विशेष कदम उठाए हैं. इस लड़ाई में, सरकार और नागरिक प्रशासन की मदद करना हमारा कर्तव्य है.
उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रमुख के रूप में, फोर्स की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा, 'हम सभी को इस बीमारी से दूर रहना होगा, जब हम सुरक्षित होंगे, तभी हम अपना कर्तव्य निभा पाएंगे.'
नियंत्रण रेखा और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात अधिकारियों और कर्मियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह परिचालन और सामरिक कारणों से सीमा और अन्य क्षेत्रों में एक साथ रहने के लिए मजबूर हैं.
कोरोना से 'युद्ध' को सेना ने किया 'ऑपरेशन नमस्ते' का एलान
उन्होंने एक टैंक चालक दल का उदाहरण दिया, जिन्हें एक साथ रहना होगा. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि हमारे लिए खुद को फिट रखना अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है और यही कारण है कि पिछले कई हफ्तों से कई एडवाइजरी आए हैं, जिनका पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है.