गुवाहाटी : असम में बारिश के कारण आई बाढ़ के चलते दो लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. इस बीच बारपेटा जिले में बुधवार को एक और मौत के साथ मरने वालों की संख्या 40 तक पहुंच गई है. राज्य के कई जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, असम राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के जवानों द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के एक अधिकारी ने बताया कि 11 जिलों में स्थिति काफी हद तक सुधरी है, लेकिन राज्य के 33 जिलों में से 12 जिलों में अब भी लोग प्रभावित हैं.
एएसडीएमए ने बताया कि मोरीगांव, तिनसुकिया, धुबरी, नागांव, नलबाड़ी, बारपेटा, धेमाजी, उदलगुरी, गोलपारा, डिब्रूगढ़ जिलों में मरने वालों की संख्या 40 हो गई. गौरतलब है कि गत 22 मई को अलग-अलग भूस्खलन में 24 लोगों की मौत हुई थी.
शिवसागर, बोंगाईगांव, होजई, उदलगुरी, माजुली, पश्चिम करबी आंगलोंग, दर्रांग, कोकराझार, धुबरी, जोरहाट, डिब्रूगढ़, दक्षिण सालारा, कामरूप और कामरूप (मेट्रो) जिलों में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है.
एएसडीएमए अधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जिले में नलबाड़ी, बारपेटा, गोलपारा, मोरीगांव, नागांव,गोलाघाट, धेमाजी, लखीमपुर, चराइदेव, बिश्वनाथ, चिरांग और तिनसुकिया शामिल हैं.
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राज्य के 348 गांवों के दो लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में हैं और 26,910 हेक्टेयर से अधिक फसल बाढ़ के कारण बुरी तरह प्रभावित हुई है. महिलाओं और बच्चों सहित लगभग 1,095 लोग अब भी 35 राहत शिविरों में हैं.
वर्तमान में, बाढ़ के कारण कम से कम 1.21 लाख पालतू जानवर प्रभावित हुए हैं. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, असम राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के जवान व स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को बचाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. इस दौरान असहाय ग्रामीणों को राहत सामग्री का वितरण भी किया जा रहा है.