ETV Bharat / bharat

पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह से मिले असम के मुख्यमंत्री सोनोवाल

असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गुरुवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. मोदी और शाह ने सोनोवाल से नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड के साथ संभावित समझौते के संदर्भ में बात की. जानें उन्होंने क्या कुछ कहा.

फाइल फोटो
author img

By

Published : Nov 7, 2019, 8:29 PM IST

Updated : Nov 7, 2019, 9:21 PM IST

नई दिल्ली : गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को आश्वासन दिया है कि नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (NSCN-IM) के साथ बहुप्रतीक्षित शांति समझौते के दौरान असम की क्षेत्रीय अखंडता को कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

सोनोवाल गुरुवार को दिन में शाह से उनके आवास पर मुलाकात के लिए पहुंचे थे, तभी गृह मंत्री से उन्हें यह आश्वासन मिला.

सोनोवाल ने कहा, 'गृह मंत्री ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह शांति समझौते पर हस्ताक्षर करते समय असम और उसके लोगों को ध्यान में रखेंगे.'

सोनोवाल और शाह के बीच बैठक मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की अध्यक्षता में पार्टी के सभी प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात के कुछ दिनों बाद हुई. बीरेन सिंह ने भी नगा शांति समझौते पर भी अपनी चिंता जताई थी.

असम और मणिपुर की सरकारों ने केंद्र से अपील की है कि शांति समझौते का पालन करते हुए वह इन राज्यों की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता न करे.

assam cm meets PM and HMETV BHARAT
पीएम मोदी से मिले असम के मुख्यमंत्री सोनोवाल

गौरतलब है कि केंद्र ने 31 अक्टूबर को कहा था कि उसने नगा उग्रवादी समूहों के साथ बातचीत अभी समाप्त नहीं की है और वह किसी समझौते पर पहुंचने से पहले असम, मणिपुर तथा अरुणाचल प्रदेश राज्यों समेत सभी पक्षों से सलाह-मशविरा करेगा.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार के संज्ञान में आया है कि मीडिया और सोशल मीडिया में अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि अंतिम नगा समझौता हो गया है और जल्द इसकी घोषणा की जाएगी.

बयान में कहा गया, 'देश के कुछ हिस्सों में इससे चिंता पैदा हो रही है. साफ है कि नगा समूहों के साथ किसी समझौते पर पहुंचने से पहले असम, मणिपुर तथा अरुणाचल प्रदेश राज्यों समेत सभी पक्षों से उचित परामर्श लिया जाएगा और उनकी चिंताओं पर विचार किया जाएगा. इस तरह की अफवाहों और गलत सूचनाओं पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है.'

इसी कड़ी में गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने सोनोवाल से मुलाकात की और उन्हें NSCN-IM और यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) की वार्ता के बारे में जानकारी दी.

पढ़ें-दो अलगाववादियों की घोषणा पर मणिपुर सरकार सख्त, राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने का केस दर्ज

NSCN-IM असम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के उन इलाकों को 'ग्रेटर नागालिम' क्षेत्र में शामिल करने की मांग कर रहा है, जहां नगा बसे हुए हैं. यह नागा विद्रोही संगठनों द्वारा उठायी गयी मांग है.

नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद उनके आवास से बाहर निकलते असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल.

हालांकि, केंद्र ने ऐसी किसी भी संभावना को खरिज कर दिया है.

शाह के साथ अपनी बैठक में, मुख्यमंत्री सोनोवाल ने असम के नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (NRL) का मुद्दा भी उठाया.

एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि मुख्यमंत्री सोनोवाल ने NRL की तरफ भी गृह मंत्री का ध्यान खींचने की कोशिश की. उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के रूप में NRL की यथास्थिति बनाए रखने के लिए उनका सहयोग मांगा.

रिपोर्टों के अनुसार, केंद्र ने पहले NRL के विनिवेश के लिए पहल की है. केंद्र ने भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) को सौंपने की योजना बनाई है, जो NRL में 61.65 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती है.

सोनोवाल ने गृह मंत्री से मिलने के बाद, शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की.

गौरतलब है कि केंद्र असम में शांति लाने के लिए उल्फा के एक गुट के साथ भी बातचीत कर रहा है.

उल्फा पिछले कई दशकों से असम और आसपास के राज्यों में हिंसा फैला रहा है. उल्फा दो गुटों में बंट चुका है, जिनमें से एक केंद्र सरकार के साथ वार्ता करने के लिए तैयार है.

नई दिल्ली : गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को आश्वासन दिया है कि नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (NSCN-IM) के साथ बहुप्रतीक्षित शांति समझौते के दौरान असम की क्षेत्रीय अखंडता को कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

सोनोवाल गुरुवार को दिन में शाह से उनके आवास पर मुलाकात के लिए पहुंचे थे, तभी गृह मंत्री से उन्हें यह आश्वासन मिला.

सोनोवाल ने कहा, 'गृह मंत्री ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह शांति समझौते पर हस्ताक्षर करते समय असम और उसके लोगों को ध्यान में रखेंगे.'

सोनोवाल और शाह के बीच बैठक मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की अध्यक्षता में पार्टी के सभी प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात के कुछ दिनों बाद हुई. बीरेन सिंह ने भी नगा शांति समझौते पर भी अपनी चिंता जताई थी.

असम और मणिपुर की सरकारों ने केंद्र से अपील की है कि शांति समझौते का पालन करते हुए वह इन राज्यों की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता न करे.

assam cm meets PM and HMETV BHARAT
पीएम मोदी से मिले असम के मुख्यमंत्री सोनोवाल

गौरतलब है कि केंद्र ने 31 अक्टूबर को कहा था कि उसने नगा उग्रवादी समूहों के साथ बातचीत अभी समाप्त नहीं की है और वह किसी समझौते पर पहुंचने से पहले असम, मणिपुर तथा अरुणाचल प्रदेश राज्यों समेत सभी पक्षों से सलाह-मशविरा करेगा.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार के संज्ञान में आया है कि मीडिया और सोशल मीडिया में अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि अंतिम नगा समझौता हो गया है और जल्द इसकी घोषणा की जाएगी.

बयान में कहा गया, 'देश के कुछ हिस्सों में इससे चिंता पैदा हो रही है. साफ है कि नगा समूहों के साथ किसी समझौते पर पहुंचने से पहले असम, मणिपुर तथा अरुणाचल प्रदेश राज्यों समेत सभी पक्षों से उचित परामर्श लिया जाएगा और उनकी चिंताओं पर विचार किया जाएगा. इस तरह की अफवाहों और गलत सूचनाओं पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है.'

इसी कड़ी में गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने सोनोवाल से मुलाकात की और उन्हें NSCN-IM और यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) की वार्ता के बारे में जानकारी दी.

पढ़ें-दो अलगाववादियों की घोषणा पर मणिपुर सरकार सख्त, राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने का केस दर्ज

NSCN-IM असम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के उन इलाकों को 'ग्रेटर नागालिम' क्षेत्र में शामिल करने की मांग कर रहा है, जहां नगा बसे हुए हैं. यह नागा विद्रोही संगठनों द्वारा उठायी गयी मांग है.

नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद उनके आवास से बाहर निकलते असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल.

हालांकि, केंद्र ने ऐसी किसी भी संभावना को खरिज कर दिया है.

शाह के साथ अपनी बैठक में, मुख्यमंत्री सोनोवाल ने असम के नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (NRL) का मुद्दा भी उठाया.

एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि मुख्यमंत्री सोनोवाल ने NRL की तरफ भी गृह मंत्री का ध्यान खींचने की कोशिश की. उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के रूप में NRL की यथास्थिति बनाए रखने के लिए उनका सहयोग मांगा.

रिपोर्टों के अनुसार, केंद्र ने पहले NRL के विनिवेश के लिए पहल की है. केंद्र ने भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) को सौंपने की योजना बनाई है, जो NRL में 61.65 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती है.

सोनोवाल ने गृह मंत्री से मिलने के बाद, शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की.

गौरतलब है कि केंद्र असम में शांति लाने के लिए उल्फा के एक गुट के साथ भी बातचीत कर रहा है.

उल्फा पिछले कई दशकों से असम और आसपास के राज्यों में हिंसा फैला रहा है. उल्फा दो गुटों में बंट चुका है, जिनमें से एक केंद्र सरकार के साथ वार्ता करने के लिए तैयार है.

Intro:New Delhi: Home Minister Amit Shah on Thursday assured Assam Chief Minister Sarbananda Sonowal that Assam's territorial integrity will not be comprised in the much hyped peace accord with the National Socialist Council of Nagaland (NSCN-IM).


Body:Shah made this assurance when Sonowal called him on at his residence this morning.

"Home Minister has assured me that he will keep Assam and its peoples interest in mind while signing the peace accord," said Sonowal.

Meeting between Sonowal and Shah took place a few days after an all party delegation from Manipur headed by Chief Minister N Biren Singh met Shah and also raised their concern over the Naga peace agreement.

Both Assam and Manipur government have appealed to the Centre not to compromise the territorial integrity of their states while inking the peace agreement.

The NSCN-IM has been demanding inclusion of Naga inhabited areas of Assam, Manipur and Arunachal Pradesh within "Greater Nagalim" area, a demand raised by the Naga insurgent outfits.

However, Centre has earlier ruled out about any such possibility.

In his meeting with Shah, Chief Minister Sonowal has also raised the issue of Numaligarh Refinery Limited (NRL) of Assam.

"The Chief Minister also drew Home Minister's attention to the popular public demand regarding NRL and sought his cooperation for NRL to maintain its status quo as public sector undertakings," official sources said.

According to reports, Centre has earlier taken initiatives for disinvestment of NRL.

"Centre has been planning to handover the Bharat Petrolium Corporation Limited (BPCL), which holds a 61.65 percent stake in NRL to private company," sources said.

After meeting Home Minister, Sonowal in the evening called on Prime Minister Narendra Modi and raised the same issue.


Conclusion:During the day, Home Secretary Ajay Kumar Bhalla met Chief Minister Sarbananda Sonowal and briefed him about the developments over NSCN-IM and United Liberation Front of Assam (Ulfa) talks.

Centre is also negotiating with the pro-talk faction of Ulfa to bring peace in Assam.

Ulfa has been running an orgy of violence in Assam and adjoining states for last several decades before it got split with another factions coming to the negotiation table with the central government.

end.
Last Updated : Nov 7, 2019, 9:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.