गुवाहाटी: राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) असम समन्वयक प्रतीक हजेला की सत्तारूढ़ भाजपा ने आलोचना की. दरअसल, भगवा पार्टी ने यह आशंका जताई है कि विदेशी नागरिक भी पंजी में जगह हासिल कर लेंगे क्योंकि वह कथित तौर पर सिर्फ दो-तीन संगठनों के परामर्श से समीक्षा प्रक्रिया कर रहे हैं.
बता दें, अंतिम NRC सूची 31 अगस्त को प्रकाशित होने वाली है. इससे असम के वास्तविक नागरिकों की पहचान होगी. पंजी को अद्यतन करने का कार्य उच्चतम न्यायालय की निगरानी में चल रहा है.
भाजपा के प्रदेश प्रमुख रंजीत दास ने कहा कि लोगों ने उनकी पार्टी के सदस्यों से कहा है कि उनके नाम 2017 में प्रकाशित प्रथम सूची में दिखे थे लेकिन पिछले साल जुलाई में अंतिम मसौदे से हटा दिया गया. दास ने दावा किया कि एनआरसी समन्वयक प्रतीक हजेला खुद की राय से और दो-तीन संगठनों के आधार पर समीक्षा कार्य कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को इस प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करने का निर्देश दिया था. हालांकि, दास ने उन संगठनों का नाम नहीं बताया जिनका वे जिक्र कर रहे थे.
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उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में असम को त्रुटिमुक्त पंजी मिल पाना मुश्किल होगा. दास ने दावा किया कि स्वतंत्रता सेनानियों और असम आंदोलन के शहीदों के वंशजों के नाम सत्यापन प्रक्रिया के दौरान बाहर कर दिये गए.
उन्होंने दावा किया कि बीजेपी समीक्षा प्रक्रिया से संतुष्ट नहीं है. गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में कुल 3,29,91,384 आवेदकों में से 40,07,707 लोगों को एनआरसी के अंतिम मसौदे से बाहर कर दिया गया था.