नई दिल्ली : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में प्राचीन स्थलों के विकास एवं रखरखाव के लिए छह और सर्किल बनाने और तीन अन्य का विस्तार करने की बुधवार को घोषणा की.
प्राचीन स्मारकों, पुरातात्विक स्थलों और राष्ट्रीय महत्व के अवशेषों का रखरखाव एएसआई की प्रमुख चिंता है और इसके लिए पूरे देश को 29 सर्कल और तीन मिनी-सर्कल में विभाजित किया गया है.
संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने नए सर्किल की घोषणा करते हुए एक वीडियो संदेश में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ये सर्किल इन राज्यों में प्राचीन स्थलों के बेहतर रखरखाव और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
जो नए सर्किल बनाए गए हैं वे गुजरात के राजकोट, मध्य प्रदेश के जबलपुर, उत्तर प्रदेश के झांसी और मेरठ, पश्चिम बंगाल के रायगंज और तमिलनाडु के त्रिची में हैं.
एएसआई ने साथ ही दिल्ली मिनी सर्कल का विलय दिल्ली सर्कल के साथ कर दिया है. धारवाड़ सर्किल के कुछ जिलों को जोड़कर हम्पी को पूर्ण विकसित सर्किल में विस्तारित किया है.
पटेल ने एक ट्वीट में कहा, 'पुरातात्विक स्थलों और कलाकृतियों के संरक्षण, पंजीकरण और स्व-घोषणा के प्रधानमंत्री के अभियान को मजबूती प्रदान करने के लिए संस्कृति मंत्रालय ने नये सर्कल बनाने की घोषणा की है.
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पुरातत्विक स्मारकों के संरक्षण,पंजीयन,पुराशेषों को स्वघोषणा के साथ पंजीकृत करने के अभियान को बल देने वाले मा प्रधानमंत्री जी के निर्देश को सफल बनाने के लिए संस्कृति मंत्रालय ने @ASIGoI के नये सर्किल को घोषित किया है @PMOIndia @JPNadda @incredibleindia @MinOfCultureGoI @BJP4MP pic.twitter.com/FZb6rqqD1w
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एएसआई ने त्रिची में एक नए सर्कल की घोषणा की है, जबकि चेन्नई में एक पहले से है. ऐसा चोल राजाओं के गौरवपूर्ण स्मृतियों और इसे ध्यान में रखते हुए किया गया है कि तमिलनाडु जैसे बड़े राज्यों में 3,000 से 4,000 साल पुराने हजारों मंदिर हैं.'
पटेल ने ट्वीट में कहा, 'आज हम्पी सब-सर्किल को एक सर्किल बनाया गया है क्योंकि कर्नाटक का यह शहर पुरातात्विक महत्व का है.'