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ओवैसी ने कश्मीर पर शाह के बयान की तीखी आलोचना की

ओवैसी ने कश्मीर पर शाह के दिए हुए बयान की तीखी आलोचना की है. उन्होंने कहा, 'वह (शाह) जो भी कुछ भी कह रहे हैं,सच्चाई बयां नहीं कर रहे हैं. जानें क्या है पूरा मामला....

एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
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Published : Oct 1, 2019, 7:44 AM IST

Updated : Oct 2, 2019, 5:09 PM IST

हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का जम्मू कश्मीर के संदर्भ में यह कहना कि पाबंदियां केवल लोगों के दिमाग में है, इत्यादि...इत्यादि सही नहीं है क्योंकि माकपा नेता सीता राम येचुरी और अन्य को वहां जाने के लिए उच्चतम न्यायालय से गुहार लगानी पड़ी. वहां मोबाइल सेवाएं अब भी बहाल नहीं हुई हैं.

ओवैसी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी को अपने राज्य जाने के लिए उच्चतम न्यायालय से अनुमति लेनी पड़ी इसी प्रकार माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी को अपने पार्टी के बीमार विधायक को देखने जाने के लिए भी उच्चतम न्यायालय जाना पड़ा.

पढ़ें: दुनिया को भारत से काफी उम्मीदें हैं : मोदी

उन्होंने कहा,'तो वह (शाह) जो भी कुछ भी कह रहे हैं,सच्चाई बयां नहीं कर रहे हैं. साथ ही कहा, 'शाह ने संसद में यह कह कर गलत किया कि फारूक अब्दुल्ला स्वतंत्र हैं...बाद में उन्हें पीएसए के तहत हिरासत में ले लिया गया.'

ओवैसी ने कहा, 'अगर वह सच बोल रहे हैं तो कश्मीर में अघोषित आपालकाल क्यों हैं? क्यों वहां सेब बेचने वाला सेब नहीं बेचना चाह रहा? वहां स्कूल क्यों नहीं खुल रहे हैं?

हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का जम्मू कश्मीर के संदर्भ में यह कहना कि पाबंदियां केवल लोगों के दिमाग में है, इत्यादि...इत्यादि सही नहीं है क्योंकि माकपा नेता सीता राम येचुरी और अन्य को वहां जाने के लिए उच्चतम न्यायालय से गुहार लगानी पड़ी. वहां मोबाइल सेवाएं अब भी बहाल नहीं हुई हैं.

ओवैसी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी को अपने राज्य जाने के लिए उच्चतम न्यायालय से अनुमति लेनी पड़ी इसी प्रकार माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी को अपने पार्टी के बीमार विधायक को देखने जाने के लिए भी उच्चतम न्यायालय जाना पड़ा.

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उन्होंने कहा,'तो वह (शाह) जो भी कुछ भी कह रहे हैं,सच्चाई बयां नहीं कर रहे हैं. साथ ही कहा, 'शाह ने संसद में यह कह कर गलत किया कि फारूक अब्दुल्ला स्वतंत्र हैं...बाद में उन्हें पीएसए के तहत हिरासत में ले लिया गया.'

ओवैसी ने कहा, 'अगर वह सच बोल रहे हैं तो कश्मीर में अघोषित आपालकाल क्यों हैं? क्यों वहां सेब बेचने वाला सेब नहीं बेचना चाह रहा? वहां स्कूल क्यों नहीं खुल रहे हैं?

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 0:0 HRS IST




             
  • ओवैसी ने कश्मीर पर शाह के बयान की तीखी आलोचना की



हैदराबाद,30 सितंबर (भाषा) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का जम्मू कश्मीर के संदर्भ में यह कहना कि पाबंदियां केवल लोगों के दिमाग में है, इत्यादि...इत्यादि सही नहीं है क्योंकि माकपा नेता सीता राम येचुरी और अन्य को वहां जाने के लिए उच्चतम न्यायालय से गुहार लगानी पड़ी। वहां मोबाइल सेवाएं अब भी बहाल नहीं हुई हैं।



ओवैसी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी को अपने राज्य जाने के लिए उच्चतम न्यायालय से अनुमति लेनी पड़ी इसी प्रकार माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी को अपने पार्टी के बीमार विधायक को देखने जाने के लिए भी उच्चतम न्यायालय जाना पड़ा।



उन्होंने कहा,‘‘तो वह (शाह) जो भी कुछ भी कह रहे हैं,सच्चाई बयां नहीं कर रहे हैं।’’ साथ ही कहा,‘‘ शाह ने संसद में यह कह कर गलत किया कि फारूक अब्दुल्ला स्वतंत्र हैं...बाद में उन्हें पीएसए के तहत हिरासत में ले लिया गया।’’



ओवैसी ने कहा,‘‘ अगर वह सच बोल रहे हैं तो कश्मीर में अघोषित आपालकाल क्यों हैं? क्यों वहां सेब बेचने वाला सेब नहीं बेचना चाह रहा? वहां स्कूल क्यों नहीं खुल रहे हैं?’’


Conclusion:
Last Updated : Oct 2, 2019, 5:09 PM IST
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