नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस के न्यूनतम आय के वादे पर निशाना साधा है. वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने देश के गरीबों के लिए बहुत सी योजनाएं शुरू की हैं जबकि कांग्रेस ने सात दशकों में देश को सिर्फ धोखा दिया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की न्याय योजना सिर्फ चुनावी है.
भाजपा मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है वहां पर मोदी सरकार की गरीबों के लिए जो योजनाएं हैं उन्हें लागू ही नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस गरीबी हटाने के नाम पर हमेशा से छल कपट करती रही है.
अरुण जेटली की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु:
- केवल नारों और बयानों से गरीबी नहीं जाएगी, साधनों से गरीबी जाएगी. गरीबी मिटाने के लिए मोदी सरकार ने साधन दिए हैं.
- इतने धोखे देने के बाद आज एक बार फिर कांग्रेस ने धोखा दिया है, जनता अब फंसने वाली नहीं है.
- आज केंद्र सरकार की 55 विभागों की योजनाओं के लाभार्थियों को डीबीटी के माध्यम से बैंक के खाते में सीधे लाभ दे रहे हैं.
- राहुल गांधी द्वारा किये गये ऐलान से 1.5 गुना ज्यादा हम पहले से डीबीटी के माध्यम से गरीबों को दे रहे हैं.
- कांग्रेस की नीति रही है कि चुनाव जीतने के लिए गरीब को धोखा देना और साधन न देना.
- कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है कि गरीब को नारे दो और साधन मत दो.
- कांग्रेस के कार्यकाल में छल-कपट, धोखा होता रहा है.
- कांग्रेस चुनाव तो गरीबी हटाओ के नाम पर जीती थी, लेकिन उस कार्यकाल में केवल गरीबी का वितरण हुआ था.
- कांग्रेस गरीबी हटाने के लिए आवश्यक काम जैसे अर्थव्यवस्था को बढ़ाने, समाज में आमदनी बढ़ाने से संबंधित कभी कोई नीति नहीं लाई.
- कांग्रेस का इतिहास गरीबी और गरीबी हटाने के नाम पर राजनीतिक व्यवसाय का रहा है.
- उनका इतिहास गरीबी हटाने का नहीं रहा है, बल्कि योजनाओं के नाम पर छल कपट का रहा है.
- 2008 में कर्जमाफी के लिए 70 हजार करोड़ का कर्ज माफ करने की बात कही गई, लेकिन कर्जमाफी हुई 52 हजार करोड़ की और इसमें भी दिल्ली के बड़े व्यापारियों का लाभ दिया गया.